JwalaExpressJwalaExpress

    Subscribe to Updates

    Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

    What's Hot

    उद्धव ठाकरे की राहुल गांधी को चेतावनी, बोले- ‘सावरकर हमारे आदर्श उनका अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे’

    March 27, 2023

    संसद में आज भी हंगामे के आसार, विपक्ष अडानी की जांच पर अड़ा, बीजेपी ने राहुल के बयान पर की माफी की मांग

    March 27, 2023

    कहीं एनकाउंटर हो न जाए, पूरी रात खौफ में था अतीक अहमद!

    March 27, 2023
    Facebook Twitter Instagram
    Facebook Twitter Instagram Vimeo
    JwalaExpress JwalaExpress
    Subscribe Login
    • होम
    • छत्तीसगढ़
    • देश-विदेश
    • राजनीति
    • क्राइम
    • खेल
    • मनोरंजन
    • व्यापार
    • जरा हटके
    • विविध
      • गृह लक्ष्मी
      • धर्म
      • शिक्षा
      • स्वास्थ्य
      • पर्यटन
    • E-Paper
    JwalaExpressJwalaExpress
    Home»छत्तीसगढ़»7 साल में सरकारी खजाने का घाटा सबसे ज्यादा, आप तक पहुंचेगी आंच!
    छत्तीसगढ़

    7 साल में सरकारी खजाने का घाटा सबसे ज्यादा, आप तक पहुंचेगी आंच!

    adminBy adminJune 13, 2020No Comments3 Mins Read

    नई दिल्ली (DNH) :- कोरोना संकट काल में वित्त वर्ष 2019-20 के आर्थिक आंकड़ों ने सरकार की चुनौतियां बढ़ा दी हैं. इस साल की जीडीपी ग्रोथ रेट की बात करें तो ये 11 साल के निचले स्‍तर पर है. वहीं, राजकोषीय घाटे का आंकड़ा भी 7 साल के उच्‍चतम स्‍तर पर है. मतलब ये कि वित्त वर्ष 2019-20 में सरकारी खजाने का घाटा सात साल में सबसे ज्‍यादा रहा. अहम बात ये है कि यह सरकार जितना सोच रही थी, उससे कहीं ज्‍यादा घाटा हुआ है.

    क्‍या कहते हैं आंकड़े

    देश का राजकोषीय घाटा 2019-20 में बढ़कर जीडीपी का 4.6 प्रतिशत रहा जो सात साल का उच्च स्तर है. इससे पहले 2012-13 में राजकोषीय घाटा 4.9 प्रतिशत था. आपको बता दें कि सरकार ने 3.8 प्रतिशत घाटे का अनुमान लगाया था. जाहिर सी बात है कि ये आंकड़े सरकार के अनुमान से कहीं ज्‍यादा है. इससे एक साल पहले यानी वित्त वर्ष 2018-19 में राजकोषीय घाटा जीडीपी का 3.4 प्रतिशत रहा.

    सरकार ने ये द‍िया था तर्क

    सरकार ने उस समय कहा था कि इसे 3.3 प्रतिशत के स्तर पर रखा जा सकता था लेकिन किसानों के लिये आय सहायता कार्यक्रम (किसान सम्मान निधि) से यह बढ़ा है. आपको बता दें कि सरकार ने एक फरवरी 2019 को 2019-20 का अंतरिम बजट पेश करते हुए किसान सम्मान निधि (किसानों को नकद सहायता) के तहत 20,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया. आंकड़ों के अनुसार राजस्व घाटा भी बढ़कर 2019-20 में जीडीपी का 3.27 प्रतिशत रहा जो सरकार के 2.4 प्रतिशत के अनुमान से अधिक है.

    घाटा बढ़ने का क्या होता है असर

    बढ़ते राजकोषीय घाटे का असर वही है, जो आपकी कमाई के मुकाबले खर्च बढ़ने पर होता है. खर्च बढ़ने की स्थिति में हम अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए कर्ज लेते हैं. इसी तरह सरकारें भी कर्ज लेती हैं. कहने का मतलब ये हुआ कि राजकोषीय घाटे को पूरा करने के लिए सरकार कर्ज लेने को मजबूर होती है और फिर ब्याज समेत चुकाती है. इस घाटे को पूरा करने के लिए सरकार की ओर से तरह-तरह के उपाय किए जाते हैं. मसलन, पेट्रोल-डीजल पर अतिरिक्‍त टैक्‍स लगाने का फैसला भी राजकोषीय घाटे को कम करने के लिए लिया जाता है. यानी इसकी आंच आपकी जेब तक पहुंचती है.

    क्‍या है वजह?

    मुख्य रूप से राजस्व संग्रह कम होने से राजकोषीय घाटा बढ़ा है. ये आंकड़े बताते हैं कि टैक्‍स कलेक्‍शन कम रहने के कारण सरकार की उधारी बढ़ी है. आंकड़ों के मुताबिक सरकार का कुल खर्च 26.86 लाख करोड़ रुपये रहा जो पूर्व के 26.98 लाख करोड़ रुपये के अनुमान से कुछ कम है. पिछले वित्त वर्ष में खाद्य सब्सिडी 1,08,688.35 करोड़ रुपये रही, यह सरकार के अनुमान के बराबर है. हालांकि पेट्रोलियम समेत कुल सब्सिडी कम होकर 2,23,212.87 करोड़ रुपये रही जो सरकार के अनुमान में 2,27,255.06 करोड़ रुपये थी.

    Previous Articleकोरोना महामारी की MP के इन 30 गांवों में ‘नो एंट्री’, जानिए क्यों?
    Next Article छत्तीसगढ़ सरकार को चिंता है , अपने राज्य के जनता की , इसलिए स्वयं मुख्यमंत्री प्रत्येक कार्यों की निगरानी खुद कर रहे है ?
    admin
    • Website

    Related Posts

    संसद में आज भी हंगामे के आसार, विपक्ष अडानी की जांच पर अड़ा, बीजेपी ने राहुल के बयान पर की माफी की मांग

    March 27, 2023

    छत्तीसगढ़ में पिछले 48 घंटे में मिले 5 नए कोरोना केस,

    March 27, 2023

    20 मामलों में से एक में भी सबूत पेश नहीं कर पाई बस्तर पुलिस,नक्सली नेता रिहा

    March 27, 2023

    राज्य में फिर से बन सकती है कांग्रेस की सरकार

    March 27, 2023

    Leave A Reply Cancel Reply

    CG Live Budget
    https://www.youtube.com/watch?v=zxyCMmZYMOc
    RO-12338/99
    RO-12338/99
    Ro No. 12294/99
    Ro No. 12276/48
    Ro No. 12276/48
    संपादक

    ज्वाला प्रसाद अग्रवाल

    www.jwalaexpress.com
    एड्रेस :
    वार्ड क्रमांक 27, झूलेलाल मंदिर के पीछे ,
    सिंधी कॉलोनी , दुर्ग (छत्तीसगढ़ ) पिन कोड - 491001

    मोबाइल : 9993590905, 7000489995
    ई-मेल  : jwalaexpress@gmail.com

    हमारे बारे में
    ज्वाला एक्सप्रेस छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है व साप्ताहिक न्यूज पेपर जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है। इसके साथ ही हम महत्वपूर्ण खबरों को अपने पाठकों तक सबसे पहले पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
    सम्पूर्ण न्यायिक प्रकरणों के लिये न्यायालयीन क्षेत्र दुर्ग होगा।
    Facebook Twitter Instagram Pinterest
    • Home
    • Politics
    • Business
    • Technology
    • Buy Now
    © 2023 ThemeSphere. Designed by ThemeSphere.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Sign In or Register

    Welcome Back!

    Login to your account below.

    Lost password?