रायपुर (DNH):- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेश में बनाए गए क्वारेंटाईन सेंटरों में रह रहे श्रमिकों और अन्य लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। उनके ठहरने, भोजन, पेयजल, स्वास्थ्य जांच, मनोरंजन सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुचारू रूप से उपलब्ध हो। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव को इन क्वारेंटाईन सेंटरों की व्यवस्था की नियमित माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिए है। गौरतलब है कि प्रदेश में कोरोना महामारी से बचाव के लिए 19 हजार 374 क्वारेंटाईन सेंटर बनाए गए है जिसमें वर्तमान में 2 लाख 23 हजार 150 लोग रह रहे है।






मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा है कि सभी क्वारेंटाईन सेंटरों में नोडल अधिकारी तैनात किए जाएं और रह रहे लोगों की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए। रह रहे सभी लोग मास्क लगाए और सोशल-फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें। मुख्यमंत्री ने कहा है क्वारेंटाईन सेंटरों की नियमित साफ-सफाई, आस-पास के बरामदे और पेयजल स्थल के आस-पास ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव तथा लोगों के स्नान और बार-बार हाथ धोने के लिए पर्याप्त पानी की व्यवस्था सुनिश्चित हो। क्वारेंटाईन सेंटर में ठहरे गर्भवती माताओं, बच्चों और वृद्धजनों की देखभाल की विशेष व्यवस्था रहें। गर्भवती महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य जांच और उनका समय पर टीकाकरण सुनिश्चित हो। इसके अलावा अन्य बीमारियों से पीड़ित खासकर वृद्धजनों की स्वास्थ्य जांच कर उन्हें दवाएं उपलब्ध करायी जाए। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम गठित आवश्यक दवाओं के साथ क्वारेंटाईन सेंटरों में तैनात रहें। किसी भी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण पाए जाने पर तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करते हुए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल प्रदेश के क्वारेंटीन सेंटरों में रह रहे लोगों की व्यवस्थाओं की प्रतिदिन सतत् रूप से मानिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए क्वारेंटीन सेंटरों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में मुख्य सचिव श्री आर.पी. मंडल ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को परिपत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है। मुख्य सचिव ने कहा है कि कोरोना नियंत्रण के परिप्रेक्ष्य में राज्य एक संवेदनशाील स्थिति से गुजर रहा है। देश के विभिन्न राज्यों से छत्तीसगढ़ वापस आये श्रमिकों एवं अन्य व्यक्तियों को क्वारेंटीन शिविरों में रखा गया है, ताकि जनसमुदाय में कोरोना संक्रमण नहीं फैले। इसके लिए क्वारेंटीन सेंटरों में अत्यंत सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
कलेक्टरों से कहा गया है कि सामुदायिक संक्रमण को रोकने के लिए सभी जरूरी उपाय किए जाए। सभी क्वारेंटीन संेटरों पर आवश्यक सुविधाएं तत्काल उपलब्ध कराया जाए। क्वारंेटीन संेटरों में कोरोना टेस्ट के लिए सैम्पल निर्धारित प्रोटोकॉल अनुसार तत्काल आगामी तीन दिवस में लेने की कार्रवाई की जाए। सभी जिलों में 10 जून तक कोविड अस्पताल पूर्ण कर लिए जाए। क्वारेंटीन संेटरों पर सुरक्षात्मक उपाए सुनिश्चित किए जाए, ताकि वहां पर किसी प्रकार की जनहानि न हो और लोगों में असुरक्षा की भावना निर्मित न हो। क्वरेंटीन सेंटरों में प्रभारी अधिकारी रोटेशन से बनाए जाए, ताकि केवल कुछ व्यक्तियों की ही ड्यूटी न लगी हो, जिला स्तर पर उपलब्ध राजपत्रित अधिकारियों में से प्रभारी अधिकारी की ड्यूटी लगाए। मुख्य सचिव ने कलेक्टरों से कहा है उनकी कार्यकुशलता का आंकलन कोरोना नियंत्रण में किए गए कार्यो से होगी। उन्होंने दिए गए निर्देशों का सर्वोच्च प्राथमिकता से पालन सुनिश्चित करने और की गई कार्रवाई से उन्हें व्यक्तिगत रूप से अवगत कराने को कहा है।