*दुर्ग* (DNH):- विश्वव्यापी महामारी कोरोना वायरस के चलते इन दिनों नगर से रोजी रोटी, कमाने-खाने के लिए दूसरे राज्य या अन्य जिलों में गये मजदूरों का नगर में आना लगातार जारी है। ऐसे लोगों को क्वांरटाईन सेन्टर में रखा जा रहा है। बहार राज्य एवं अन्य जिलों से वापस आ रहे मजदूर, विद्यार्थियों को राज्य शासन के साथ साथ प्रतिदिन विभिन्न संगठनों द्वारा भी सहयोग किया जा रहा है, जिसमें मजदूरों को विभिन्न संगठनों द्वारा भोजन देने के साथ साथ उन्हें उनके गन्तव्यं स्थान में पहुचाने से लेकर उन्हें जिले के क्वांरटाईन सेन्टर तक पहुँचाया जा रहा है..
कोरोना वायरस महामारी के रूप में मानवजाति के सामने एक ऐसी चुनौती आई है जिसकी वजह से पूरी दुनिया स्थिर हो गई है। सभी लोग जीवन के सारे कार्य छोड़कर घर बैठ गये हैं या मेहनत मजदूरी छोड़कर अपने अपने घरों के लिए पैदल, शासकीय वाहन, एवं अन्य वाहनों से अपने घर पहुँच रहे है, ताकि कोरोना को हराया जा सके। कोरोना के कहर से जिले वासी भी प्रभावित हैं। प्रदेश में लॉकडाउन है, इस परिस्थिति में समाज का एक जरुरतमंद तबका ऐसा भी रहा, जिस तक मदद पहुंचाना अनिवार्य था, संकट की इस घड़ी में इस सेवा कार्य में कई संस्थाएं और सेवादार भागीदारी निभा रहे हैं और मानव सेवा में बखूबी भूमिका निभा रहे हैं, इसमें डॉक्टर, सफाई कर्मचारी, पत्रकार, पुलिस, युवा, व्यापारी सहित समाज का हर वर्ग, सामाजिक संगठन शामिल है।
दुर्ग जिले में जन समर्पण सेवा संस्था जोकि विगत 3 वर्षों से गरीब, असहाय एवं जरूरतमंदों को प्रतिदिन भोजन खिलाती आ रही, यह संस्था वर्तमान में विश्वव्यापी महामारी के बीच भी अपनी सेवा निरन्तर जारी रखी हुई है, विकट परिस्थिति को देखते हुए जन समर्पण सेवा संस्था, दुर्ग सभी के सहयोग से इस संकट की घड़ी में जरूरतमंदों को लॉकडाउन के प्रथम दिवस से निशुल्क भोजन वितरण कर रही हैं..
संस्था के प्रमुख बंटी शर्मा ने बताया कि जन समर्पण सेवा संस्था, दुर्ग के युवा लॉकडाउन के दौरान भी मानव सेवा को अपना उद्देश्य बना कर पूरे दिन सेवा में लगे है, मानव सेवा को अपना उद्देश्य बनाये हुए ये युवा प्रतिदिन जरूरतमन्दों को निशुल्क भोजन वितरण कर रहे है, इस बीच शहर में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में अन्य प्रदेश एवं अन्य जिलों में रोजी रोटी के लिए मेहनत मजदूरी करके जीवन यापन करने गए हुए मजदूर अब वापस आ रहे है, जिनको शासन, प्रशासन से सहयोग लेकर उनके गन्तव्य स्थान तक पहुँचने में मदद की जा रही है. साथ ही साथ प्रवासी मजदूरों को चप्पल वितरण की जा रही है..
इस बीच जन समर्पण सेवा संस्था, दुर्ग द्वारा भी शासन प्रशासन का सहयोग करते हुए मानव सेवा की जा रही है जिसमें कल रात्रि संस्था के युवा अपनी प्रतिदिन की भोजन सेवा में दुर्ग रेल्वे स्टेशन में जरूरतमन्दों को भोजन वितरण करके घर पहुँच चुके थे थे, संस्था के प्रमुख योगेन्द्र शर्मा (बंटी) को फोन पर रात्रि 11 बजे पुलिस प्रशासन एवं मीडिया से जुड़े लोगों से जानकारी मिली कि दुर्ग बस स्टैंड में कुछ मजदूर आये हुए है जोकि भूखे प्यासे है, उन मजदूरों के साथ छोटे छोटे बच्चे भी है, संस्था के सदस्यों ने तत्काल अपने घरों में ही 30 लोगों के गरम भोजन कि व्यवस्था की गई, जिसे लेकर संस्था के सदस्य बस स्टैंड पहुँच गए, और सभी प्रवासी मजदूरों को दूर दूर बैठाकर भोजन एवं पानी वितरण किया गया, भूखे बच्चों के मुहँ में अनाज का दाना जाने से वे सभी की हँसी झलक गयी, संस्था के सदस्यों के साथ दुर्ग थाना प्रभारी राजेश बागड़े एवं अन्य पुलिस कर्मी भी उपस्थित थे, दुर्ग थाना प्रभारी द्वारा सभी बच्चों को बिस्किट वितरण की गई, सभी मजदूरों को बस स्टेंड में ही रात्रि विश्राम कराया गया.
ये सभी प्रवासी मजदूर बिहार से मजदूरी करके वापस आये थे, और अपने गन्तव्य स्थान डोंगरगढ़ एवं चिचोला जा रहे है..
सुबह 10 बजे शासन प्रशासन को जानकरी देकर मजदूरों को उनके गन्तव्य स्थान जाने की व्यवस्था हेतु सहयोग मांगा गया, शासन द्वारा तत्काल व्यवस्था की बात की गई, संस्था के सदस्यों ने पुनः सभी मजदूरों के सुबह के भोजन की व्यवस्था की, सभी को दोपहर 12 बजे भोजन खिलाकर सभी बच्चों को बिस्किट एवं पानी की पूरी व्यवस्था करके सभी को शासन की गाड़ी से उनके गन्तव्य स्थान जाने हेतु रवाना किया गया..
मजदूरों को उनके गन्तव्य स्थान जाने हेतु दुर्ग कमिश्नर बर्मन, नोडल अधिकारी माथुरे, दुर्ग थाना प्रभारी राजेश बागड़े उनके गन्तव्य स्थान भेजा गया..
दुर्ग जिले में लॉकडाउन के दौरान विगत 73 दिनों तक संस्था के सदस्यों की कोशिश रही कि ज्यादा से लोगों तक भोजन, एवं प्रवासी मजदूरों को चप्पल पहुंचाया जा सके। बंटी शर्मा ने बताया कि इन लॉकडाउन दिनों में जहां भी पके हुए भोजन एवं प्रवासी मजदूरों को चप्पल की जरूरत होती थी सूचना मिलते साथ संस्था के सदस्य अपने वाहन से भोजन एवं चप्पल पहुँचाने पहुँचाने जाते है..
भोजन सेवा में प्रतिदिन आशीष मेश्राम, संजय सेन, प्रकाश कश्यप, राजेन्द्र ताम्रकार, आकाश राजपूत, शब्बीर खान, समीर खान, नितिन लुनावत, महेश गुप्ता अन्य संस्था के सदस्य सेवा दे रहे है.


