महासमुन्द (DNH):- शाम साढ़े पांच बजे सरायपाली क्षेत्र के कलेंडा क्वारेंटाईन सेंटर में बिना इजाजत प्रवेश करने वाली भाजपा जिलाध्यक्ष रूपकुमारी चौधरी, सरायपाली पूर्व विधायक रामलाल चौहान और उनके कुछ साथियों को क्वारेंटाईन सेंटर के अंदर बंद कर बाहर से ताला लगा दिया गया है। चूंकि ये लोग सेंटर के भीतर गए थे, इसलिए अब कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने आदेश दिया है कि इन सबकी कोरोना जांच कराई जांच, और इन्हें चौदह दिनों के लिए अनिवार्य रूप से क्वारंटीन सेंटर में रखा जाए।






समाचार लिखते वक्त ये सभी नेता सेंटर के अंदर हैं और बाहर पुलिस जवानों का पहरा है। एसडीएम कुणाल दुदावत खुद ही पुलिस बल के साथ बाहर खड़े हैं और मोबाइल पर जिले के कलेक्टर से दिशा निर्देश ले रहे हैं। सेंटर के बाहर जनप्रतिनिधियों के वाहन भी कतार में लगे हुए हैं।
बता दें कि आज ही कलेक्टर के निर्देश पर क्वारेंटाईन सेंटरों में बिना अनुमति प्रवेश करने वाले और सेंटर के नियमों का पालन नहीं करने वाले सात लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। आज शाम भाजपा जिलाध्यक्ष रूपकुमारी चौधरी, विधायक किस्मत लाल नंद अपने साथियों के साथ कलेंडा क्वारेंटाईन सेंटर पहुंचे। सेंटर में तैनात बल ने उन्हें अंदर जाने से मना किया लेकिन व्यवस्था देखने के लिए वे सेंटर में प्रवेश कर गए। सेंटर में तैनात बल ने इसकी जानकारी एसडीएम कुणाल दुदावत को दी तो वे तत्काल वहां पहुंचे। तब तक जनप्रतिनिधि सेंटर में ही थे।
कलेक्टर से दिशा-निर्देश मिलने के बाद जनप्रतिनिधियों के अंदर रहने के बावजूद बाहर दरवाजे पर ताला लगा दिया गया है। कलेंडा निवासी एक ग्रामीण ने नाम न छापने की शर्त पर यह फोटो और खबर उपलब्ध कराई है।
कलेक्टर से इस बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि क्वारंटीन के नियम बिल्कुल स्पष्ट हैं, और जो लोग इस केन्द्र के भीतर गए हैं उन्हें अनिवार्य रूप से चौदह दिन क्वारंटीन रहना होगा जो कि उनकी खुद की सेहत के लिए और बाकी तमाम लोगों की सेहत के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति हो, क्वारंटीन की शर्तों से किसी को छूट नहीं मिल सकती। उन्होंने माना कि केन्द्र के बाहर ताला लगाकर रखा गया है, और सबकी कोरोना जांच के लिए कार्रवाई चल रही है।