रायपुर (DNH):- दुर्ग जिले से मार्च के महीने में 15 बरस की एक लड़की लापता हो गई थी। यह एक नई आईपीएस अधिकारी अंकिता शर्मा के माता-पिता के घर पर काम करने वाली महिला की बेटी थी। अंकिता उस वक्त भाटापारा में पोस्टेड थीं। उन्होंने इस मामले की जांच निजी स्तर पर शुरू की। उस लड़की का मोबाइल फोन दिल्ली में होना दिखा। इस पर अंकिता ने दिल्ली के अपने एक आईपीएस बैचमैट से संपर्क करके इस लड़की की तलाश शुरू की।




उन्हें शक हुआ कि इस लड़की को फेसबुक के माध्यम से किसी ने बहकाकर काम के लिए बाहर ले जाने का काम किया है। जिस दिन प्रधानमंत्री ने बाल्कनी में आकर थाली-ताली बजाने का आव्हान किया था, उस दिन इस लड़की ने दिल्ली के उस घर में जहां वह काम कर रही थीं, बाल्कनी में आकर इसका एक वीडियो बनाया, और उसे अपने वॉट्सऐप पर स्टेटस की जगह पोस्ट किया। उसके टेलीफोन और वॉट्सऐप पर लगातार पुलिस निगरानी रख रही थी, और दिल्ली पुलिस ने उसके फोन से उस घर की लोकेशन भी निकाल ली जहां पर इस लड़की को रखा गया था। पुलिस ने लॉकडाऊन में ढील का इंतजार किया, लेकिन इस दौरान इस पर पूरी नजर रखी गई। जैसे ही लॉकडाऊन हटा, दिल्ली में अंकिता के कुछ परिचितों ने पुलिस के साथ जाकर इस लड़की को छुड़ाया। 31 मई को इस लड़की को छुड़ाया गया और आज 7 जून को वह विमान से रायपुर लाकर अपने परिवार से मिलवा दी गई। अंकिता शर्मा की इस पहल और मेहनत की डीजीपी डी.एम. अवस्थी ने तारीफ की है।