चारामा (DNH):- लॉकडाउन में सपेरे परिवार राशन कार्ड व काम नहीं होने से चारामा सहित आसपास गांवों में भीख मांगकर गुजारा चला रहे हैं। इसकी सूचना मिलने पर तहसीलदार दिव्या पोटाई के द्वारा इन परिवारों को तत्काल लगभग 02 क्विंटल चावल प्रदान किया गया, साथ ही सरपंच को अस्थाई राशन कार्ड जल्द बनवाने के निर्देश दिये।



ग्राम पंचायत चारभाठा में निवासरत सपेरे परिवारों के सामने इस संक्रमण काल में जीवकोपार्जन एवं पेट भरने की समस्या उत्पन्न हो रही है। पंचायत में इन परिवारों की संख्या लगभग 20 है एवं कुल सदस्य संख्या लगभग 50 से अधिक है। लॉकडाउन के शुरूआत में शासन, ग्राम पंचायत एवं अन्य लोगों की ओर से लगातार इन परिवारों को राशन कीट एवं नगदी प्रदान की गई थी। जिससे इन परिवारों का जीवन चलता रहा। लेकिन वर्तमान में इनके पास न ही राशन कार्ड है और न ही राशन लेने की कोई सुविधा।
केन्द्र एवं राज्य सरकारों की ओर से मिलने वाले चावल के लिए राशन कार्ड या अस्थाई राशन कार्ड होना अनिवार्य है। ऐसे किसी भी प्रकार का राशन कार्ड नहीं होने से इन परिवारों को चावल की यह सुविधा नहीं मिल पा रही है। क्योंकि इन परिवारों का नाम वर्तमान में पंचायत की सूची में भी नहीं जुड़ा है जिसके कारण ये रोजगार गारंटी व शासन की अन्य सुविधाओं से भी वंचित हो रहे है। हाथ में काम नहीं होने से परिवार अब चारामा सहित आस पास गांवों में भीख मांगकर अपना गुजारा चला रहा है।
इस संबंध में पंचायत सरपंच कमलकांत कश्यप ने बताया कि खाद्य अधिकारी से अस्थाई राशन कार्ड बनाने पर चर्चा हुई है। सभी परिवारों का नाम एवं आधार नम्बर लेकर जल्द अस्थाई राशन कार्ड प्रदान किया जाएगा। ताकि इन्हें केन्द्र एवं राज्य सरकार से मिलने वाले राशन की सुविधा मिल सके।