*रायपुर* (DNH):- एम्स रायपुर में रात 8 बजे उनकी लैब की जांच के आधार पर छत्तीसगढ़ के 53 कोरोना पॉजिटिव की जानकारी दी है। इनमें से 9 रायपुर, 14 कोरबा, 6 कबीरधाम, 4 जांजगीर-चांपा, एक शहडोल, एक रायगढ़, एक बलौदाबाजार, 5 राजनांदगांव, 12 बलौदाबाजार के बताए गए हैं। इसके पहले राज्य शासन के बताए आंकड़ों में आज शाम 15 नए पॉजिटिव मिले थे। इसमें मुंंगेली से 9, बलौदाबाजार, कोरिया व माना से 2-2 मरीज शामिल हैं। यह जानकारी अपुष्ट सूत्रों से मिली है और इसकी अधिकृत पुष्टि नहीं हो पाई है। प्रदेश में 15 नए पॉजिटिव मिले हैं। इसमें मुंगेली से 9, बलौदाबाजार, कोरिया व माना से 2-2 मरीज शामिल हैं। यह जानकारी अपुष्ट सूत्रों से मिली है और इसकी अधिकृत पुष्टि नहीं हो पाई है। जानकारी के मुताबिक माना बस्ती के कंटेंटमेंट जोन में आज 2 और कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ये दोनों एक ही परिवार से बताए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कल इसी परिवार से 3 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले थे। राजनांदगांव में 28 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। सीएमएचओ मिथिलेश चौधरी ने बताया कि दो जांच में सभी मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई है इसके बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। राजनांदगांव में अब एक्टिव केस 18 रह गए हैं।



*रेलवे अस्पताल सहित अन्य निजी अस्पतालों को , कोरोना मरीजों के लिए अधिग्रहीत करेगी छत्तीसगढ़ सरकार ?*
कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढऩे के कारण 100 बिस्तर संभागीय कोविड अस्पताल में जगह कम पडऩे लगी है। इसके चलते आज जिला प्रशासन ने रेलवे के 75 बिस्तर केन्द्रीय चिकित्सालय को अधिग्रहित कर लिया है। ज्ञात हो कि बिलासपुर जिले में अब तक कोरोना के 95 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से कुछ गंभीर मरीजों को एम्स रायपुर भेजा गया है शेष का संभागीय कोविड-19 अस्पताल में इलाज चल रहा है। बिलासपुर जिले के अलावा जांजगीर-चाम्पा, कोरबा तथा रायगढ़ जिले के मरीजों को भी इसी अस्पताल में भर्ती किया गया है। सौ बिस्तर अस्पताल में इस समय 93 मरीजों का उपचार चल रहा है। हर रोज नये संक्रमण के मामलों को देखते हुए अतिरिक्त तैयारी की जा रही है। रेलवे के केन्द्रीय चिकित्सालय को अधिग्रहित करने के बाद इसके आसपास के इलाके को प्रतिबंधित क्षेत्र में शामिल कर लिया गया है। जिला प्रशासन ने इसके अतिरिक्त शहर के 12 बड़े निजी चिकित्सालयों की सूची भी तैयार की है जिनमें कुल 248 बिस्तर हैं। भविष्य में आवश्यकता होने पर इन्हें भी अधिग्रहित किया जा सकता है। इसके अलावा संभागीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय के बेड भी इलाज के लिए तैयार किये जा सकते हैं।विधायक शैलेष पांडेय ने किया निरीक्षण रेलवे के केन्द्रीय चिकित्सालय में कोविड-19 के इलाज के लिए की गई तैयारी का आज बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय ने निरीक्षण किया। उनके साथ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रमोद महाजन, विजय सिंह, पंकज सिंह भी थे। यहां उन्होंने उपचार की सुविधाओं का जायजा लिया।
*राज्यपाल ने छत्तीसगढ़ सरकार के , कोरोना रोक थाम के लिए किए जा रहे प्रयासों की , कि सराहना , राजधानी के दोनों स्टेडियम होंगे अस्पताल में तब्दील ?*
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कोरोना रोकथाम के लिए छत्तीसगढ़ में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और कहा कि अनलॉक पीरियड में अभी और अधिक सावधानी की जरूरत है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में अभी भी अन्य राज्यों की तुलना में सरकार के प्रयासों से कोरोना वायरस से बचाव के लिए बेहतर काम हुए हैं। आम जनता को सामाजिक दूरी और महामारी से बचने के लिए जागरूक किया जाना जरूरी है। स्वास्थ्य सचिव श्रीमती निहारिका बारिक ने जानकारी दी कि भविष्य में संक्रमण की बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए रायपुर के इंडोर स्टेडियम में 150 बिस्तरों की और सुभाष स्टेडियम में 70 बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है तथा अन्य स्थानों में भी इसी प्रकार के कोविड-19 अस्पताल तैयार किये जाएंगे। राज्यपाल ने कहा कि क्वारेंटाइन सेंटर में अधिक से अधिक टेस्ट किया जाए और यह ध्यान रखें कि कोई भी सेंटर न छूटने पाए।
राज्यपाल ने कहा कि क्वारेंटाइन सेंटर में तथा कोरोना संक्रमण से हुए मौतों के लिए संबंधित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए। उन्होंने इस संबंध में नीतिगत निर्णय लिये जाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश के कई छात्र, विदेशों विशेषकर किर्गिस्तान में फंसे हुए हैं, उन्हें यहां लाने की व्यवस्था किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जो प्रवासी मजदूर बाहर से आए हैं, उनके कौशल के आधार पर उन्हें बैंकों के माध्यम से बिना गारंटी का ऋण उपलब्ध कराने के संबंध में भी कार्यवाही की जानी चाहिए । सुश्री उइके ने अनुसूचित क्षेत्रों, आदिवासी बहुल क्षेत्रों में मनरेगा के तहत पर्याप्त रोजगार उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आयुष मंत्रालय द्वारा निर्धारित आयुर्वेद काढ़े का क्वारेंटाइन सेंटर में वितरण किया जाए, जिससे उनके रोगप्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि हो। राज्यपाल ने कहा कि कंटेनमेंट जोन सहित अन्य क्षेत्रों में पुलिस विभाग, आम जनता के साथ संवेदनशीलता से व्यवहार करें और मानवीय दृष्टिकोण अपनाएं। राज्यपाल ने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए केन्द्र सरकार से किसी भी प्रकार की मदद की अपेक्षा है उन्हें अवगत कराएं, वे इसके लिए स्वयं पहल करेंगी।
मुख्य सचिव आरपी मण्डल ने बैठक में जानकारी दी कि कोविड-19 के रोकथाम के लिए प्रदेश में पुख्ता व्यवस्था की जा रही है। छत्तीसगढ़ के श्रमिक जो बाहर से आए हैं, उनके लिए रोजगार की व्यवस्था की गई है और एक दिन में करीब 26 लाख श्रमिक मनरेगा के तहत कार्य कर रहे हैं। उन्हें स्वयं के खेत में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भूमि समतलीकरण, डबरी निर्माण जैसे कार्य दिया गया है। साथ ही आदिवासी क्षेत्रों में लघु वनोपज के संग्रहण के बदले उन्हें करीब 32 करोड़ की राशि दी गई है, जिसे भारत सरकार की संस्था ट्राइफेड ने भी इसकी सराहना की है। श्री मण्डल ने राज्यपाल के माध्यम से मनरेगा का कार्यदिवस प्रदेश में 200 दिन करने का आग्रह किया। साथ ही आने वाले दिनों में संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए केन्द्र सरकार से सहायता राशि दिलाने का आग्रह किया। अपर मुख्य सचिव गृह सुब्रत साहू ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 के फैलाव को रोकने के लिए अंतर्राज्यीय परिवहन के रोक को यथावत रखा गया है। साथ ही यह रोक शॉपिंग मॉल और मल्टिप्लेक्स पर भी फिलहाल बनी रहेगी।
*लक्षण नहीं दिखने पर , जांच बिना अब घर जाने की छूट ?*
कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। जिलों के कई क्वॉरंटीन सेंटर लबालब हो गए हैं। कई जगहों पर क्वॉरंटीन की अवधि पूरी होने के बाद भी प्रवासी मजदूर-आम लोग रह रहे हैं। इनकी जांच में देरी हो रही है। स्वास्थ्य विभाग ने क्वॉरंटीन की अवधि पूरा होने के बाद किसी तरह का लक्षण नहीं मिलने पर बिना कोरोना जांच के ही प्रवासियों को डिस्चार्ज करने का फैसला लिया है। यही नहीं, सभी जिलों में कोरोना के इलाज के लायक अस्पताल तैयार करने के निर्देश भी दिए गए हैं। प्रदेश के क्वॉरंटीन सेंटरों में करीब सवा दो लाख प्रवासी मजदूर और अन्य लोग हैं। इनमें से कई क्वॉरंटीन सेंटरों में 14 दिन से अधिक समय हो गए हैं, लेकिन प्रवासियों को रोककर रखा गया है। सरकार ने सभी की जांच के निर्देश दिए थे। मगर कोरोना जांच में काफी देरी हो रही है। रोजाना अधिकतम तीन हजार लोगों की ही जांच हो पा रही है। जबकि नए मरीज भी आ रहे हैं। एम्स ने तो अगले 10 दिनों तक सैंपल नहीं भेजने की गुजारिश की है।
बताया गया कि क्वॉरंटीन सेंटर में सैकड़ों ऐसे प्रवासी हैं, जो 14 दिन से अधिक हो गए हैं, लेकिन उन्हें घर जाने नहीं दिया जा रहा है और न ही किसी तरह की जांच हो पा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने यह फैसला लिया है कि क्वॉरंटीन सेंटर में 14 दिन से अधिक गुजार चुके प्रवासियों को डिस्चार्ज किया जाएगा। प्रदेश में 19732 क्वॉरंटीन सेंटर है, जिसमें दो लाख 31 हजार से अधिक लोग रह रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक करीब 10 हजार से अधिक लोग ऐसे हैं, जो कि 14 दिन की अवधि पूरा कर चुके हैं। उन्हें परीक्षण के बाद डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। जांजगीर-चांपा, मुंगेली, राजनांदगांव जिले के कई क्वॉरंटीन सेंटरों में ऐसी स्थिति बन गई है। विभाग ने सभी जिलों में कोविड के इलाज के लायक अस्पतालों को तैयार करने के लिए स्थानीय सीएमओ को निर्देश दिए हैं। वर्तमान में कवर्धा के कोरोना मरीजों को इलाज के लिए राजनांदगांव लाया जा रहा है। इसी तरह बेमेतरा और बालोद के मरीजों को दुर्ग अस्पताल में दाखिल कराया जा रहा है। विभाग ने सभी जिलों में अस्पताल तैयार करने की दिशा में कार्रवाई शुरू कर दी है। ताकि मरीजों को दूसरे जिलों में भेजना न पड़े।
वर्तमान में रायपुर में एम्स के अलावा मेडिकल कॉलेज अस्पताल, माना कोविड अस्पताल के अलावा दुर्ग, राजनांदगांव, जगदलपुर, बिलासपुर, कोरबा, अंबिकापुर और रायगढ़ में इलाज की सुविधा है। कोरबा में अस्पताल भर चुके हैं। स्वास्थ्य अफसरों का मानना है कि आने वाले दिनों में कोविड मरीजों की संख्या बढ़ सकती है। जिससे अस्पतालों में बिस्तर कम पड़ सकते हैं। ऐसे में कोरोना इलाज के लायक तैयार करने की जरूरत है। अफसरों का यह भी कहना है कि हफ्तेभर में कुछ जिलों में कोरोना इलाज की सुविधा शुरू हो जाएगी।माना कुष्ठ निवारण केन्द्र बनेगा कोविड अस्पताल , माना स्थित केन्द्रीय कुष्ठ निवारण केन्द्र को कोरोना इलाज के लायक तैयार करने का निर्णय लिया गया है। केन्द्र से इसके लिए सहमति मिल गई है। यहां अस्पताल शुरू होने से डेढ़ सौ मरीजों को रखा जा सकेगा।
*प्रदेश में कोरोना मरीज 11 सौ पार, 834 एक्टिव ?*
प्रदेश में कोरोना मरीज अब बढ़कर 11 सौ 4 हो गए हैं। इसमें एक्टिव 834 हैं। बीती देर रात 20 और आज दोपहर सवा बजे 11 नए पॉजिटिव सामने आए हैं। बीती रात तक प्रदेश में कुल कोरोना मरीज एक हजार 73 रहे। इसमें 4 की मौत दर्ज की गई है। 803 एक्टिव और 266 डिस्चार्ज बताए गए हैं। जानकारी के मुताबिक राजधानी रायपुर समेत प्रदेश में कोरोना मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। रायपुर संभाग में बीती रात तक कुल 255 मरीज दर्ज किए गए हैं। इसमें 227 एक्टिव हैं। एक की मौत हुई है। बाकी 27 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं। दुर्ग संभाग में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 230 है, जिसमें से 173 एक्टिव हैं और 56 ठीक हो चुके हैं। यहां भी अब तक एक की मौत हुर्ई है। बिलासपुर संभाग में सबसे अधिक 399 कोरोना मरीज सामने आए हैं। इसमें से 139 ठीक होकर अपने घर चले गए हैं। 259 एक्टिव हैं और उनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। यहां भी एक मौत दर्ज है। सरगुजा संभाग में कुल 163 कोरोना मरीज मिले हैं। इसमें 130 एक्टिव हैं और 33 स्वस्थ्य होकर अपने घर लौट गए हैं। बस्तर संभाग में 24 कोरोना मरीज मिले हैं। इसमें से एक की मौत हो चुकी है। 11 स्वस्थ्य होकर अपने घर चले गए हैं। 12 एक्टिव हैं और इन सभी का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज जारी है। स्वास्थ्य अफसरों का कहना है कि रायपुर, बिलासपुर समेत सभी संभागों के सैंपलों की जांच चल रही है। जांच में नए मरीज सामने आ रहे हैं। आगे और भी मरीज सामने आ सकते हैं।
*अंबेडकर में 41 कोरोना मरीज भर्ती ?*
एम्स और माना अस्पताल के बाद अब यहां अंबेडकर अस्पताल में भी कोरोना मरीजों की भर्ती शुरू हो गई है। विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक कल तक यहां 16 मरीज भर्ती थे। आज दोपहर एक बजे तक इनकी संख्या बढ़कर 41 हो गई है। देर रात से लेकर आज सुबह तक कोरोना मरीजों के भर्ती करने का क्रम जारी रहा। ये सभी मरीज रायपुर, आरंग, महासमुंद, बलौदाबाजार से बताए जा रहे हैं। सभी मरीजों का इलाज डीपी वार्ड में बनाए गए कोरोना अस्पताल में जारी है। इस खबर की फिलहाल कोई अधिकृत पुष्टि नहीं हो पाई है। उल्लेखनीय है कि अंबेडकर अस्पताल में 5 सौ बिस्तर अस्पताल की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है।
*विश्व में संक्रमित 70 लाख से अधिक, चार लाख से ज्यादा मौतें ?*
वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस (कोविड-19) से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 70 लाख के पार पहुंच गई है। अमेरिका की जॉन हॉपकिंग यूनिवर्सिटी द्वारा 8 जून दिन सोमवार को सुबह पांच बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार दुनियाभर में इसके कारण अब तक 402000 लोगों की मौत हुई है तथा 7006436 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। वहीं 3140716 लोग इस महामारी से ठीक हुए हैं। अमेरिका इस संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। यहां अब तक 1940468 लोग इससे प्रभावित हुए हैं तथा 110503 लोगों की मौत हुई है।