ह्यूस्टन (DNH):- अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में जॉर्ज फ्लॉयड के शव को मंगलवार को दफना दिया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में जमा हुए लोगों ने नम आंखों से उनको अंतिम विदाई दी। लोगों ने नस्लवाद के खिलाफ संघर्ष जारी रखने का संकल्प भी लिया। फ्लॉयड के अंतिम संस्कार में शामिल हुए लोगां ने मास्क और ग्लव्स पहन रखा था। अमेरिका के मिनीपोलिस में 25 मई को पुलिस हिरासत में अफ्रीकी-अमेरिकी फ्लॉयड की मौत हो गई थी। एक पुलिस अधिकारी के करीब नौ मिनट तक घुटने से उनकी गर्दन को दबाए जाने का वीडियो सामने आया था।




इस वीडियो के सामने आने के बाद पूरे अमेरिका में कोरोना महामारी के बीच कई दिनों तक बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और हिंसा हुई थी। इस हत्याकांड के विरोध में अब भी प्रदर्शन का दौर थमा नहीं है। सिएटल, अटलांटा, न्यूयॉर्क और लॉस एंजिलिस में विरोध प्रदर्शन किए गए।
46 साल के फ्लॉयड के शव को अंतिम संस्कार के लिए शनिवार रात ह्यूस्टन लाया गया था। सोमवार को यहां के फाउंटेन ऑफ प्रेज चर्च में शव को अंतिम दर्शनों के रखा गया। 5 हजार से ज्यादा लोगों ने फ्लॉयड के अंतिम दर्शन किए और श्रद्धांजलि दी। इसके बाद मंगलवार को सुनहरे रंग के ताबूत में उनके शव को रखकर ह्यूस्टन मेमोरियल गार्डेंस कब्रिस्तान पहुंचाया गया। यहीं पर उनकी मां लारेंसी फ्लॉयड की भी कब्र है।
लारेंसी की कब्र के नजदीक ही उनके शव को भी दफन किया गया। इस दौरान सैकड़ों लोग मौजूद रहे। इस मौके पर फ्लॉयड के एक भाई ने कहा, “मुझे अपने भाई की पूरी जिंदगी याद आएगी। वह मेरा निजी सुपरमैन था।” फ्लॉयड के अंतिम संस्कार में उनके कई पारिवारिक सदस्यों समेत जेमी फॉक्स, चेनिंग टैटम और जेजे वाट जैसी कई चर्चित हस्तियां भी मौजूद थीं।
संयुक्त राष्ट्र (UN) चीफ एंटोनियो गुतेरस ने यह माना कि इस वैश्विक संस्था में भी नस्लवाद मौजूद है। उन्होंने नस्लवाद को प्लेग करार देते हुए इसे खत्म करने की अपील भी की। गुतेरस ने पुलिस के बर्बर रवैये पर हैरानी जताने के साथ ही फ्लॉयड की मौत पर दुख भी जताया।