*दुर्ग* (DNH):- कवर्धा क्षेत्र में है हजारों फर्जी डाक्टर ? जो पिछले कई वर्षो से कर रहे है क्षेत्र में डाक्टरी और कर रहे है जनता से लूट पाट ? इन फर्जी डाक्टरों के कारण कई मरीजों की जा चुकीं है जान ? शिकायत करने के बावजूद नहीं होती फर्जी डाक्टरों के कोई कार्यवाही ? जिला का प्रशासनिक अमला और स्वास्थ विभाग बिक चुका है फर्जी डाक्टरों के आगे ? कोई कार्यवाही ना होने के कारण , जहां एक तरफ डिग्री धारी डाक्टर है परेशान , तो वहीं शिकायतकर्ता भी निराश हो चुके है ? कि , आखिरकार क्यों , इन फर्जी डाक्टरों के खिलाफ नहीं हो है कार्यवाही ? सूत्रों का दावा है कि , क्षेत्र के इन फर्जी डाक्टरों को है राजनैतिक संरक्षण ? इसलिए इनके खिलाफ प्रशासन भी नहीं करती कार्यवाही ? तो क्या फर्जी डाक्टरों का यूं ही चलता रहेगा लूट पाट का कारोबार ? क्या फर्जी डाक्टर यूं ही लेते रहेंगे , बेगुनाह ग्रामीणों की जान ? कवर्धा क्षेत्र के इन गांवों में है फर्जी डाक्टरों का गोरखधंधा – गंडई , सहसपुर लोहारा , उड़िया , महाराजपुर , साजा , बेमेतरा , दरशगपुर , खम्हरिया , पोड़ी , सिल्हाती , बोड़ला , सिघनपुर , बिरौड़ा , आदि ऐसे कई और दर्जनों गांव है , जहां फर्जी डाक्टरों का लूटपाट का कारोबार बेखौफ जारी है ? कुछ पीड़ित ग्रामीणों ने बताया कि , क्षेत्र के भीतर कई ऐसे डाक्टर है , जिन्हें सर्दी खांसी की दवाई भी ठीक से देनी नहीं आती , कई बार इनकी दवाइयों से , ऐसा तबियत इतनी ज्यादा बिगड़ जाती है कि , शहरो के डाक्टरों के शरण में जाना पड़ता है ? क्षेत्र में तैनात डाक्टरों में इतनी हिम्मत होती है कि, ये बड़े बड़े आप्रेशन , अपने दवाखानों में करने से जरा भी नहीं हिचकते ? बवासीर , भगंदर , फिशुटला , बच्चादानी , गर्भपात का इलाज और आप्रेशन कर देना , इन डाक्टरों के लिए मामूली बात है ? पैसों के लिए , ये इतने भूखे होते है कि , जरा भी नहीं सोचते की , उनके चंद पैसों के लालच के कारण , मरीज की जान भी जा सकती है ? इन डाक्टरों का , अपने कारोबार के पीछे पैसा कमाना ही मुख्य उद्देश्य होता है , इसलिए गर्भपात जैसे गैरकानूनी कार्य को भी अंजाम देने में जरा भी नहीं हिचकते है ? और गर्भपात के नाम पर पैसा कमाना , इनके डाक्टरी का मूल उद्देश्य होता है ? साजा क्षेत्र में कुछ सूत्रों ने बताया कि , जिस कोरोना का इलाज , आज सरकार के पास नहीं है , ऐसे लाइलाज बीमारी का इलाज करने का दावा , इस क्षेत्र के कई फर्जी डाक्टर कर रहे है और लोगो से मोटी रकम ऐंठ रहे है ? जबकि इनके ही बीच का एक डाक्टर , अपने बाप के नाम की कमाई कर रहा है और अपने आपको डाक्टर घोषित कर , डिग्रीधारी डाक्टरों की तरह लोगो का इलाज भी कर रहा है , लोगो का दावा है कि , दोनों बाप बेटो के पास , उच्च डाक्टरी शिक्षा की कोई डिग्री और अधिकार पत्र नहीं है कि , वो अंग्रेजी दवाई लिखे और मरीजों का इलाज करे ? लेकिन क्षेत्र में तैनात डाक्टर अंग्रेजी दवाइयों के साथ इलाज तो कर ही रहे है ? अपितु किसी भी प्रकार का आप्रेशन करने में कोई कोताही नहीं बरत रहे है , इनके बुलन्द हौसलों को देखकर , यही लगता है कि , इन डाक्टरों को ऊंचे राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है ? तभी सभी स्तर पर शिकायत करने के बावजूद , इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है ?



*अपने फर्जी डिग्री को छुपाने के लिए , कई डाक्टर ले रहे है पत्रकारिता का सहारा ?*
जी हां , ये सच है कि , क्षेत्र के कई जाने – माने फर्जी डाक्टर , जो कि , आज लोगो के बीच और क्षेत्रों में डिग्रीधारी डाक्टरों की ख्याति अर्जित कर चुके है , वो आज किसी कानूनी शिकंजा में ना फंस जाए , इसलिए किसी ना किसी अखबार से जुड़कर , अपने आपको पत्रकार घोषित कर , अपने डाक्टरी के नाम पर , कर रहे गोरख धंधे को छुपाने का प्रयास कर रहे है ? जबकि वास्तव में , ये फर्जी डाक्टर , अपने किसी भी कार्य के साथ इंसाफ नहीं कर पा रहे है ? सच तो यह है कि , दोनों ही कार्य जनसेवा से जुड़े हुए कार्य है , परन्तु जिम्मेदारी किसी भी कार्य का नहीं उठा पा रहे है ? इस तरह के डाक्टर क्षेत्र में दर्जनों है , जो किसी ना किसी अखबार से जुड़े हुए है और अपने फर्जी डाक्टरी के कारोबार को शासन प्रशासन के सामने खुलेआम कर रहे है ? ऐसे डाक्टरों की शिकायत ग्रामीण कई बार कर चुके है ? परन्तु आज तक किसी भी शिकायत पर डाक्टरों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है ?