बिलासपुर। न्यायधानी में घर के रास्ता भटककर किशोरी दूसरे गांव पहुंच गई। आसपास के लोगों ने उसे परेशान देखकर बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन किशोरी कुछ बता नही पा रही थी। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस की डायल 112 की टीम को सूचना दी। डायल 112 की टीम जांच करने मौके पर पहुंची और किशोरी से पूछताछ करने का प्रयास किया। तब पता चला कि किशोरी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। पुलिस टीम ने किसी तरह किशोरी को उसके परिजन तक पहुंचाया। एसपी पारूल माथुर ने डायल 112 के स्टाफ की प्रशंसा किया है।






डायल 112 की टीम ग्राम पौसरा पेट्रोल पंप के पास पहुची। वह कॉलर डेविड बनर्जी से सम्पर्क किया। उन्होंने बताया कि एक 13 साल की बच्ची है जो रात से उसके घर के पास बैठी है। पूछने पर अपना नाम पता नहीं बता रही है और दिमाक से थोड़ा कमजोर लग रही है। पुलिस ने मौक़े पर पहुचकर बच्ची से पूछतास की। किशोरी अपना पता बरखदान बता रही थी। बाकि कुछ बता नहीं पा रही थी। पुलिस टीम ने 112 वाहन की सहायता से तोरवा थाना स्थित बर खदान पहुंची। दो चार जगह किशोरी को दिखा कर उसकी जानकारी ली। एक युवक ने उस बच्ची को पहचान लिया और अपने साथ लेकर उसके घर गए। किशोरी को उसके माता पिता को सकुशक सुपुर्द किया। बच्ची अपने माता पिता को पहचान लिया। उसके पिता राघश्याम कहर ने बच्ची का नाम खदान वार्ड नम्बर 42 शिव मंदिर के पास बताया। जिसकी सुचना डीपीसीआर और थाना तोरवा को दिया गया। किशोरी को सुरक्षित पाकर स्वजन ने पुलिस को धन्यवाद कहा।
आम जनता को मिल रही फायदा
डाययल 112 का उपयोग आम जनता सभी प्रकार के समस्या संबंधित काम के लिए किया जा रहा हैं। पुलिसकर्मी फोन करते ही तत्काल मौके पर पहुंचकर मदद पहुंचते हैं। जिससे आम जनता के प्रति डायल 112 पर भरोसा बढ़ते जा रहा है। मारपीट, सड़क हादसा, गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाना समेत कई प्रकार के डायल 112 से लिया जा रहा है।