रोहतक (DNH):- पिता की मौत के आठ साल बाद तक एक बेटा बाप के नाम पर सरकार से पेंशन लेता रहा और अधिकारियों को भनक तक नहीं लग सकी। जब अधिकारियों को फर्जीवाड़ा के बारे में पता चला तब तक आरोपित सरकार को करीब 92.61 लाख रुपये का चूना लगा चुका था। पूरे मामले में ट्रेजरी ऑफिसर राजवीर सिंह की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ट्रेजरी ऑफिसर राजवीर सिंह ने पुलिस को शिकायत देकर बताया कि सेवानिवृत्त कर्मचारी एएसी बहरा की मौत के बाद भी उनके बेटे नरेश कुमार द्वारा आठ साल तक फर्जीवाड़ा करते हुए पेंशन ली जाती रही। इस दौरान आरोपित ने दो बार अपने पिता का फर्जी जीवित प्रमाण पत्र ट्रेजरी दफ्तर और बैंक में भी पेश किया।






सेवानिवृत्त कर्मचारी एसी बहरा की एक दिसंबर 2011 को मौत होने के बाद अगले दिन ही उनकी पेंशन बंद हो जानी चाहिए थी, लेकिन उनकी पेंशन लगातार जारी रही। मृतक कर्मचारी के बेटे नरेश कुमार द्वारा कभी एटीएम तो कभी चेक या ऑनलाइन शॉपिंग के माध्यम से पेंशन की धनराशि निकाली जाती रही।
30 सितंबर 2019 तक मृतक की पेंशन लगातार जारी की जाती रही। इस दौरान फरीदाबाद के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया द्वारा एसी बहरा की मौत के बाद भी उनका जीवित प्रमाण पत्र मॉडल टाउन स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को उपलब्ध कराया गया। इस दौरान बैंक के कैशियर द्वारा भी चेक के माध्यम से धनराशि जारी की जाती रही, जबकि कैशियर को हस्ताक्षर मिलाने चाहिए थे। एसी बहरा का मृत्यु प्रमाण पत्र ट्रेजरी कार्यालय को भेजने के बजाय उनका जीवित प्रमाण पत्र भेज दिया गया, जिसके चलते वहां से भी पेंशन पर रोक नहीं लगाई गई। फरीदाबाद ट्रेजरी अधिकारी एसके बंसल (वर्तमान में सेवानिवृत्त) द्वारा 17 अप्रैल 2017 और सात दिसंबर 2018 को मृतक का फर्जी जीवित प्रमाण पत्र फर्जी हस्ताक्षर करते हुए प्रमाण पत्र जारी किया जाता रहा। बताया जा रहा है कि आरोपित ने अपने पिता के स्थान पर कई दफ्तरों में पहुंचकर उनकी उपस्थिति दर्ज कराई और फर्जी हस्ताक्षर भी किए हैं। फिलहाल सिविल लाइन थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।