गर्भवती महिला को बांस पर लटकाकर 3 किलोमीटर तक पैदल चले, अस्पताल पहुंचाया गया, जहां महिला ने बेटी को जन्म दिया
कोंडागांव. नक्सल समस्या से जूझता बस्तर और यहां के आदिवासी हर दिन मुश्किलों का सामना करते हैं। मंगलवार को यहां एक गर्भवती महिला को बांस पर लटका एंबुलेंस तक ले जाया गया। करीब 3 किलोमीटर तक स्वास्थ्य कार्यकर्ता ऐसे ही महिला को लटकाकर सफर करते रहे। यह मामला कोंडागांव माकड़ी विकासखंड के मोहन बेडा गांव का है।






102 महतारी एंबुलेंस गर्भवती को ले जाने पहुंची मगर करीब 3 किलोमीटर के रास्ते में एंबुलेंस को ले जा पाना मुमकिन नहीं था। एंबुलेंस के ड्राइवर और नर्स ने अंदर पैदल ही जाने की सोची। स्ट्रेचर नहीं था इसलिए बांस रस्सी के सहारे एक कांवड़ नुमा सवारी तैयार की। महिला को अस्पताल ले जाना जरूरी था इसलिए इसी कांवड़नुमा चीज पर बैठाकर महिला को एंबुलेंस तक लेकर आए। सुरक्षित तरीके से उसे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां महिला ने बेटी को जन्म दिया।