दुर्ग जिला पंचायत के कोरोना पॉजिटिव पाए गए 12 कर्मचारियों के संपर्क में आए लोगों के लिए गए जांच सैम्पल संपर्क में आने वालों में दुर्ग जिला पंचायत अध्यक्ष, अपर कलेक्टर,
तहसीलदार, जनप्रतिनिधि, जिला व जनपद पंचायत के कर्मचारियों के नाम शामिल।






दुर्ग। दुर्ग जिला पंचायत के बाबू, डाटा इंट्री ऑपरेटर, समन्वयक, प्यून समेत कुल 12 कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से जहां जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं पंचायत के अधिकारी व कर्मचारी सकते में है। फलस्वरुप सुरक्षा के लिहाज से दुर्ग जिला पंचायत के सभी कार्यालयों को सेनीटाइज करवा कर सील कर दिया गया है।
कार्यालय को आगामी आदेश तक बंद रखने के भी निर्देश जारी किए गए है। जिला पंचायत प्रशासन का प्रमुख अंग है। जहां प्रतिदिन जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, कर्मचारियों के अलावा आम जनता का आना जाना लगा रहता है।
दुर्ग जिला पंचायत के कोरोना पॉजिटिव मिले 12 कर्मचारियों के संपर्क में कार्यालय के अलावा बाहर के कौन व्यक्ति संपर्क में आए है। यह अब बड़ा सवाल है। हालांकि ऐसे व्यक्तियों को चिन्हांकित करने स्वास्थ्य विभाग ने हरकत में आकर प्रयास तेज कर दिए है। लेकिन कुछ लोग अपनी सुरक्षा व समाज के सुरक्षा के लिए स्वयं जांच के लिए सामने आ रहे है। ऐसे लोगों की जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सोमवार को दुर्ग जनपद पंचायत परिसर में रैपिड टेस्ट की गई। इस टेस्ट के लिए स्वास्थ्य विभाग की दो विशेष टीमें लगाई गई थी। टीम द्वारा दुर्ग जिला पंचायत अध्यक्ष शालिनी यादव, जिला सरपंच संघ के अध्यक्ष रिवेन्द्र यादव, जिला किसान कांग्रेस
अध्यक्ष कृष्णा देवांगन, अपर कलेक्टर, तहसीलदार दुर्ग, जिला पंचायत व जनपद पंचायत के कर्मचारियों, कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों समेत करीब 50 से अधिक लोगों के सैम्पल लिए गए। एकत्र किए गए सैम्पल की जांच रिपोर्ट तीन दिन बाद आएगी।
मालूम हो कि दुर्ग जिला पंचायत के 12 कर्मचारी कोरोना
पॉजिटिव पाए गए है। जिनमें से एक महिला कर्मचारी की शनिवार और 11 कर्मचारियों की रविवार को कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई थी। इन कर्मचारियों के संपर्क में आए लोग स्वयं होकर सोमवार को सामने आए और अपना कोरोना टेस्ट करवाया।