ऑनलाइन पढाई के नवप्रयोग के असफल होने के पश्चात शिक्षाविभाग द्वारा गली मोहल्ले में जाकर पढ़ाने का नया फरमान जारी हुआ है,जिसे पूरी तरह अव्यवहारिक बताते हुए ऐसे असफल प्रयोगों को तत्काल बन्द करने की मांग



उतई / ऑनलाइन पढाई के नवप्रयोग के असफल होने के पश्चात शिक्षाविभाग द्वारा गली मोहल्ले में जाकर पढ़ाने का नया फरमान जारी हुआ है,जिसे पूरी तरह अव्यवहारिक बताते हुए ऐसे असफल प्रयोगों को तत्काल बन्द करने की मांग भाजपा उतई मंडल दुर्ग ग्रामीण के महामंत्री अशोक अग्रवाल ने की है उन्होने कहा की शिक्षकों को गांव के गली मोहल्लों में जाकर पढ़ाने को दबाव बनाया जा रहा है। जबकि विभाग द्वारा शिक्षकों व बच्चो को मास्क, सेनिटाइजर या अन्य सुरक्षा सम्बंधी साधन मुहैय्या नही कराया गया है।
लाऊड स्पीकर से पढ़ाने को कहा जा रहा है पर लाउडस्पीकर उपलब्ध नही कराया गया है, लाऊड स्पीकर से क्या सभी विषयों की पढ़ाई सम्भव है यह भी विचारणीय प्रश्न है।
अव्यवहारिक निर्णय पर तत्काल रोक लगाया जाना चाहिये ग्रामो मे खुले मे पढाई कराने हेतु शिक्षको से कहा जा रहा है बरसात के मौसम मे ये कैसे सम्भव है, छोटे-छोटे बच्चो को पढाया जा रहा है उन बच्चो के चेहरे पर मास्क नही होते इसकी वजह से बच्चो को यदि कोरोना का संक्रमण होता है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी छ्ग शासन इन नौनिहालों की सुरक्षा व उन्हें संक्रमण के खतरे से बचाने के लिए अवश्य ही इस अव्यवहारिक निर्देश पर रोक लगाए