आत्महत्या करने जा रही महिला की पत्रकार ने बचाई जान …
मोहन नगर व महिला थाने में नहीं हुई सुनवाई तो जा पहुंची धमधा ओवरब्रिज



दुर्ग। पति से विवाद के दौरान मारपीट होने के बाद एक महिला थाने पहुंची। जहां से उसे दूसरे थाने भेज दिया गया। थानों के चक्कर लगाती महिला इतनी परेशान हो गई, कि उसने आत्महत्या करने का मन बना लिया और धमधा नाका ओवर ब्रिज पहुंची। वह ब्रिज से कूदने ही वाली थी कि उसे वहाँ से गुजर रहे पत्रकार ने बचा लिया और पुलिस को चिह्नित कर उनके सुपुर्द कर रहे थे।
जानकारी के मुताबिक घटना रविवार रात की है। आमापारा निवासी 24 वर्षीय महिला का उसके पति से किसी बात पर विवाद हो गया। विवाद के दौरान उसके पति ने महिला की पिटाई कर दी। जिसकी शिकायत करने वाली महिला मोहन नगर थाने पहुंची। तो मोहन नगर पुलिस ने उसे महिला थाने जाने कहा। महिला वापस घर पहुंची तो उसका पति घर में नहीं था। ससुराल वालों ने पूछने पर कोई जानकारी नहीं दी। दूसरे दिन वह महिला थाने पहुंची। जहां उसे आवेदन टाइप करवा कर लाना और उसके तीन प्रति में लाने कहा गया है। उसके बाद महिला वापस मोहन नगर थाने पहुंची। जहां उसे धारा 155 के तहत फैना दे दिया गया और उसे महिला परामर्श केंद्र व न्यायालय की शरण जाने कहा गया। तीन दिन से थानों के चक्कर लगा रही महिला परेशान हो गई। रोते हुए उसने धमधा नाका ओवर ब्रिज में पहुंची। वह रेलवे ट्रैक के ऊपर ओवर ब्रिज की बाउंड्री में खड़े होकर रो रही थी। तभी वहाँ से द डॉन के संपादक मुकेश बनवासी अपनी कार से गुजर रहे थे।
उन्होंने महिला को आवाज दी। पहले तो महिला ने उन्हें वहां से जाने कहा। लेकिन पत्रकार मुकेश बनवासी ने सूझबूझ दिखाते हुए उससे बातों में उलझाकर मोहन नगर पेट्रोलिंग को फोन कर बुलवाया। पेट्रोलिंग में तैनात एएसआई किरेन्द्र सिंह, आरक्षक हिरामन साहू और नव यादव ने महिला को समझा-बुझाकर उसकी मां के घर कर्मचारी नगर छोड़ दिया।
लेकिन सवाल ये उठता है कि महिला आत्महत्या करने पहुंची ही क्यों?
महिला से बात करने पर उसने बताया कि पति से मारपीट के बाद जब वह रिपोर्ट करने मोहन नगर थाना पहुंची तो ससुराल वालों ने उसके पति को ही गायब कर दिया। मोहन नगर पुलिस उसकी नहीं सुन रही है। महिला थाने में लॉकडाउन में टाइपिंग वाला आवेदन और तीन फोटोकॉपी करवा कर लाने वाली बोल रही मैं कहां से लाऊं, इसलिए मुझे कुछ समझ नहीं आया और मैं क्या करूं सोचकर ओवर ब्रिज जा पहुंची थी।
महिला ने शिकायत की थी कि उसके पति शराब पीकर मारपीट करता है उसे समझदारी दी जाए तो उसे कोर्ट जाने की सलाह दी गई अगर उसने मारपीट की शिकायत की होती तो उसके हिसाब से फाइमिकी दर्ज की जाती।
बृजेश कुशवाहा,
टीआई, मोहन नगर थाना
महिला जब शिकायत के लिए आई थी तो उसके ससुराल वालों और परिवार को बुलाकर उसके बाद पति के बारे में हस्तक्षेप की गई थी उसके बाद महिला ने खुद ही कार्यवाही नहीं की ऐसे लिखना चाहती है।
मोहिनी साहू,
प्रभारी महिला थाना