किसान खुले बाजार से अमानक दवा, खाद खरीदने को मजबूर, कांग्रेस सरकार का संरक्षण – भाजपा
उतई / ग्राम मातरोडीह मे 34 वर्षीय युवा किसान के द्वारा आत्महत्या करने पर भाजपा उतई मंडल दुर्ग ग्रामीण ने संवेदनना प्रकट किया । और कांग्रेस सरकार के उपर आरोप लगाया की कांग्रेस की सरकार को दो साल होने को है जब से सरकार आई: किसानों को सरकारीकरण व योजनाओं के माध्यम से खाद व दवाईयां मिलने बंद हो गई है।




किसान खुले बाजार से अमानक दवा और खाद खरीदने की मजबूर हैं। कांग्रेस सरकार के संरक्षण में ही अमानक दवा और खाद का कारोबार पनप रहा है।
यह पहली घटना है जिसमें अमानक कीटनाशक के कारण कोई किसान आत्महत्या करने को मजबूर हुआ है। यह सरकार के लिए बेहद शर्मनाक है। नकली कीटनाशक छिड़काव से फसल तबाह होने से ग्राम मातरोडीह के किसान दुर्गेश निषाद ने आत्महत्या की। मातरोडीह की इस घटना से ना केवल पूरा गांव अपितु छत्तीसगढ़ के सभी किसान स्तब्ध है।
गौरतलब है कि फसल को बचाने के लिए किसान दुर्गेश कुमार निषाद ने तीन बार कीटनाशक का छिड़काव किया लेकिन उसकी फसल बर्बाद हो गई जिससे 4 अक्टूबर को खेत के पेड़ से लटकते हुए दुर्गेश कुमार निषाद ने आत्महत्या कर ली।
फसल को बीमारी से बचाने और कीटनाशक खरीदने के लिए दुर्गेश कुमार निषाद ने गांव के लोगों से कर्जा भी लिया था, लेकिन कीटनाशक नकली होने की वजह से उसकी फसल पूरी हो गई है। आत्महत्या पूर्व वह बार-बार यही बोल रही थी की उसकी मेहनत पूरी तरह बर्बाद हो गई है आत्महत्या के पूर्व वह बहुत व्यथीत था और उसने अपने घरवालों से फसल ना होने पर चिंता व्यक्त की थी। किसान
नकली दवाइयों, नकली कीटनाशक के भ्रष्टाचार की वजह से आत्महत्या तक को मजबूर हो रहा है। सरकारी विभाग के भ्रष्टाचार ने एक किसान को निगल डाला।
छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने मृतक परिवार के घर पहुंचकर संवेदना व्यक्त की और चार लाख का मुआवजा दिया। लेकिन ये मुआवजा काफी नहीं है, प्रदेश सरकार के कृषि विभाग का अमला सिर्फ कार्यालय मे बैठकर खानपुर्ती कर रहा है फिल मे जाकर किसानो की समस्या जानने और उसका हल बताने का उनके पास समय नहीं है।
उस किसान ने जिस बिक्री केंद्र से कीटनाशक दवा खरीदी थी, उसे तत्काल बंद किया जा रहा था और उस कीटनाशक की गुणवत्ता की जांच करने के पश्चात संबंधित आरोपियों के खिलाफ नोड से नोड कार्यवाही की जाए जिससे प्रदेश का और कोई भी किसान आत्महत्या को मजबूर ना हो।
“खुद को किसानों की हितैषी कहने वाली सरकार के सभी चुनावी वादे भुल पड़ चुके हैं ।आज किसानों की दुर्दशा किसी से छुपी नहीं है ।किसान को कर्ज लेकर काम करना पड़ता है फसल नहीं होती है तो उसे तरह-तरह के कष्ट सेेलने पड़ते हैं, आर्थिक परिस्थिति की वजह से पूर्ण पारिवारिक परेशानी झेलता है इस तरह के नकली कीटनाशक और दवाइयों के मामले की उच्च स्तरीय जांच हो। और दोषियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी। इस तरह के नकली कीटनाशक और दवाइयों के मामले की उच्च स्तरीय जांच पूरे सूबे मे की जाय और नकली कीटनाशक के व्यापार मे अंकुश लगाई जाती है ताकि कोई भी किसान इस तरह आत्महत्या के लिए मजबुर ना हो। भाजपा नेताओं ने लगाया आरोप भाजपा उतई मंडल दुर्ग ग्रामीण के अध्यक्ष फ़त्तेलाल वर्मा, महामंत्री अशोक अग्रवाल, अजीत चन्द्राकर, पूर्व दुर्ग ग्रामीण के मंडल अध्यक्ष रूपनारायण शर्मा, भाजपा उतई मंडल के पूर्व अध्यक्ष डा अनिल साहू, भाजयुमो के अध्यक्ष सोनू राजपूत, उपाध्यक्ष प्रवीण यदु शामिल थे।