निगम वसूली रसीद गुम होना बताकर FIR कराने वाले दरोगा को आयुक्त ने किया निलंबित ।
निगम दुर्ग के स्वास्थ विभाग ने 10 हजार से 25 हजार तक का जुर्माना वसूला था एक एक रसीद पर दुर्ग शहर के व्यपारियों से।
दुर्ग नगर पालिक निगम के द्वारा लॉक डाउन और कोरोना -19 का नियम कानून का हवाला देकर दुर्ग शहर के आम जनता और व्यपारियों पर भारी भरकम जुर्माना लगाया था।
निगम के सत्ता पक्ष का राजनीतिक सरक्षंण के चलते व्यपारियों व आम जनता के विरोध के बाद भी भारी भरकम जुर्माना लगाया गया था जिसके कारण शहर की जनता में आक्रोश था।
रसीद गुम होने की सूचना 3 महीने बाद क्यों
दुर्ग निगम के द्वारा दरोगा प्रताप सोनी को 13 अप्रेल को रसीद जारी किया गया था जिसकी गुमसुदगी की FIR दिनांक 10 जुलाई को पुलिस में दर्ज कराया गया।



दुर्ग नगर निगम के द्वारा दिनांक 07 अक्टूबर 20 को एक प्रेस रिलीज जारी कर जनता से अपील, रसीद क्रं0 63 से किसी भी प्रकार से लेन-देन न करने की अपील किया था।
निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन द्वारा बताया गया था कि निगम सीमा क्षेत्र में गंदगी करने वाले, कचरा फैलाने वाले, लाॅकडाउन के नियमों का पालन नहीं करने वालों से जुर्माना (अर्थदण्ड) वसूल करने स्वास्थ्य विभाग के स्वच्छता निरीक्षकों, दरोगाओं को निगम का रसीद बुक दिया गया । स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत दरोगा प्रताप सोनी को जारी की गई अर्थदण्ड रसीद बुक क्रं0 63 कहीं गुम हो गया है। इस संबंध में निगम की ओर से सीटी कोतवाली पुलिस में एफआईआर दर्ज करायी गयी है।
रसीद गुम होने की सूचना 3 महीने बाद क्यों
दुर्ग निगम के द्वारा दरोगा प्रताप सोनी को 13 अप्रेल को रसीद जारी किया गया था जिसकी गुमसुदगी की FIR दिनांक 10 जुलाई को पुलिस में दर्ज कराया गया।
मामले के संज्ञान में आते ही निगमायुक्त ने नोटिस जारी कर जवाब तलब किया था जिस पर राजनीतिक सरक्षंण प्राप्त दरोगा ने निगमायुक्त के समक्ष कार्यालय में दबंगई दिखाया था और कई प्रकरणों को उजागर करने की बात कही थी।