आवारा कुत्तों से जनता परेशान, मासूम बच्चे हो रहे शिकार, नेता मौन तो प्रशासन के पास कोई प्लान नही।






दुर्ग शहर में आवारा कुत्तों के आतंक से लोग परेशान हैं आए दिन कोई ना आवारा कुत्तों का शिकार हो जाता है ।
अभी कुछ दिनों पूर्व वार्ड 26 क्षेत्र में आवारा कुत्तों ने दो बच्चों को इस कदर नोचा कि उन्हें सत्रह टांके लगाने पड़े।
इसके बावजूद निगम प्रशासन इन आवारा कुत्तों को लेकर बेफिक्र है आवारा कुत्तों का बधिया करण का ठेका देकर निगम अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते नजर आ रहा है आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है। इसके लिए निगम के पास कोई प्लान नहीं है।
घटना दुर्घटना की स्थिति में वाहन भेजकर एक दो कुत्ते को पकड़कर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है समस्या का हल निकालने कोई ठोस पहल नहीं की जा रही है ।
संतरा बाड़ी क्षेत्र में आवारा कुत्ते ने दो छोटे बच्चों को नोच लिया था।
बच्चों के चेहरे पर गहरे जख्म भर आए घायल अवस्था में उन्हें तत्काल उपचार के लिए अस्पताल ले गया।
जहां एक बच्चे को 17तो दूसरे को 6 टांके लगवाने पड़े।
इसे लेकर क्षेत्र में दहशत का माहौल है इस घटना की जानकारी स्थानीय निवासी समाजसेवी ने जिला प्रशासन और निगम प्रशासन को सूचना दी तो खाना पूर्ति के लिए निगम प्रशासन ने कुत्तों पकड़ने वाहन भेज दिया।
समाजसेवी शैलजा चन्द्राकर का कहना है। कि आवारा
कुत्तों से निजात पाने को ठोस पहल करनी चाहिए अन्यथा जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज होनी चाहिए।