राज्यसभा सांसद सरोज पांडे के पर की गई अमर्यादित टिप्पणी से




दुर्ग/ प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा कोरिया जिले में एक सभा दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय के खिलाफ अभद्र टिप्पणी कर मर्यादा की सारी हदें पार कर दी है उक्त बाते दुर्ग शहर की पूर्व महापौर व भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य चंद्रिका चंद्राकर ने जारी वक्तव्य में कही है उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री जैसे गरिमामय पद प्रदेश का पहचान होता है और उस पद बैठे भूपेश बघेल के मुंह से इस तरह के बयान देश के मां बहनों को स्तब्ध करने वाला है।
खासकर तब जब रक्षाबंधन पर कुछ माह पूर्व एक बहन की हैसियत से राखी भेजा गया हो और उसे सीएम बघेल द्वारा स्वीकार कर उपहार में साड़ी भेजी हो तब अपनी ही बहन कि मर्यादा तार तार करना न केवल लज्जाजनक है ।
बल्कि यह छत्तीसगढ़ी परंपरा के भी खिलाफ है किन्तु ऐसा लगता है कि कांग्रेस पार्टी में ढाई ढाई साल के मुख्यमंत्री पद के फार्मूला के तहत कुर्सी जाने के भय से प्रदेश के मुख्यमंत्री बघेल भयभीत व विचलित होकर दिमागी संतुलन खो बैठा है इस डर से लगातार इस तरह का महिला विरोधी बयान बाजी कर रहे हैं ।
पूर्व महापौर चंद्रिका चंद्राकर ने राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय को महिलाओं का राजनीति आदर्श बताते हुए कहा कि वे केवल एक महिला ही नहीं बल्कि भाजपा के राष्ट्रीय राजनीति का भी महत्वपूर्ण हिस्सा है उन्होंने प्रदेश में लोककला के क्षेत्र में विलुप्त हो रही सुआ नृत्य को विश्व पटल में स्थान दिलाने वर्ष 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की मौजूदगी में दुर्ग के रविशंकर स्टेडियम में एक साथ 10हजार से अधिक महिलाओं का सुआ नृत्य आयोजित कर विश्व रिकार्ड में स्थान दिलवाई थी जिससे पूरा प्रदेश गौरांवित हुआ था।
किंतु आज अपने आप को छत्तीसगढ़ियों के हितैषी बताने मुख्यमंत्री बघेल द्वारा इस प्रकार प्रदेश की एक महिला राष्ट्रीय नेता के खिलाफ अभद्रतापूर्ण ब्यान देना उसके महिला विरोधी मानसिकता को उजागर करता है और यह अत्यन्त निंदनीय ही नहीं बल्कि दुर्भाग्य जनक भी है जिनका प्रतिकार आवश्यक है अतः मुख्यमंत्री बघेल अपने इस वक्तव्य पर तत्काल माफी मांगे अन्यथा महिला मोर्चा व प्रदेश की महिलाएं उन्हे सबक सिखाने सड़क पर उतरेगी।