प्रदेश पंचायत सचिव संघ के प्रांतीय आव्हान पर छत्तीसगढ़ के सचिवों ने पंचायतों में ताला लटका करके अपनी मांग के समर्थन में दिनांक 26 दिसंबर 2020 से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं ।






इस दरमियान छत्तीसगढ़ शासन मुख्यमंत्री एवं पंचायत मंत्री से लगातार संघ के नेताओं के द्वारा मुलाकात किया जा रहा है परंतु शासन हमारे मांगों की ओर कोई उचित कार्रवाई नहीं कर रही है।
जिसके कारण सचिवों में प्रशासन के प्रति असंतोष बढ़ती जा रही है आज दिनांक 31 दिसंबर 2020 को छठवां दिन भी हड़ताल जनपद के सामने जारी रहा जिससे पंचायत के ग्रामीण जन विभिन्न योजनाओं के हितग्राही अपने कार्यों के लिए भटक रहे शासन की महत्वपूर्ण योजना नरवा गरवा घुरवा बारी के कार्य पूर्ण रूप से बंद हो गया जो धन योजना के अंतर्गत गोबर खरीदी कार्य बंद हो जाने से गोपालक किसान को गोवर की भुगतान नहीं हो पा रहे हैं वर्मी खाद का उत्पादन बंद है की महत्वपूर्ण योजना बंद हो गया है।
आज जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष पवन पांडे के द्वारा धरना स्थल पर उपस्थित होकर सचिवों की मांगों की मांगों का समर्थन किया उन्होंने अपनी ओर से मांगों शासन को निवेदन किया कि ग्राम पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायक दोनों संगठन के सभी मांगे जायज है सरकार इनके मांगों को शीघ्र पूरा करें जिससे सचिव रोजगार सहायक को सम्मानजनक परिस्थिति में अपने परिवार का भरण पोषण करते हुए जन समुदाय के बीच पंचायतों के कार्यों का सुचारू रूप से संचालित कर सके उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि पंचायती राज की सभी कार्य को तथा सभी योजनाओं का क्रियान्वयन जनता के बीच अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का कार्य ग्राम पंचायत के सचिव द्वारा किया जाता है शासन को यदि पंचायत को सुदृढ़ तथा सशक्त करना है तो पंचायत के रीढ सचिव के न्यायोचित मांगों जो लगभग 25 वर्षो से लंबित है उसे पूरा करना होगा