दुर्ग/ भाजपा के विधानसभा स्तरीय धरना प्रदर्शन पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व महापौर आर.एन.वर्मा ने कहा कि मुद्दाविहीन होकर भाजपाई छ.ग.में भूपेश बघेल सरकार के किसान हितैशी नीतियों एवं कार्यक्रमों से बौखला गईहै, जिसके कारण भाजपाई किसानों को लेकर विधवा विलाप करने की स्थिति में पहुॅच गई है।
वर्मा ने कहा कि ना केवल छ.ग.में बल्कि पूरे देश में अन्नाता किसानों के साथ केन्द्र की भाजपा मोदी सरकार जो क्रूरता एवं निर्दयता पूर्ण व्यवहार कर रही है वह किसी से छिपा हुआ नहीं हैं और अलोकतांत्रिक तरीके से किसानों के हितों को कुठाराघात करने के लिये किसानों के साथ छलावा करने जो तीन काला कानून पारित किया गया है, जिसके लिये पूरे देश की किसान आन्दोलित है, जिसे ही गलत तरीके से दबाने के लिये ही भाजपाई आज सुनियोजित तरीके से घड़ियाली आंसू बहा रही है और धरना प्रदर्शन कर रही है।






वर्मा ने कहा कि छ.ग.में कांग्रेस की भूपेश सरकार किसानों को समृद्ध करने हेतु दस हजार राजीव गांधी किसान न्याय योजना लागू किया है ओर अपने वायदा के मुताबिक किसानों का ऋण माफी करके किसानों का ना केवल धान बल्कि मक्का एवं कोदो, कुटकी का न्यूनतम समर्थन मूल्य में उनके उपज को खरीदने की घोषणा किया है जिससे भाजपाईयों को अपना जनाधार खिसकते नजर आने लगा है एवं भाजपाई घबराये हुए हैं।
आर.एन.वर्मा ने कि छ.ग.ने धान खरीदी के मामले में अड़ंगा डालने के लिये केन्द्र की भाजपाई मोदी सरकार जिम्मेदार है जो समय में धान खरीदने के लिये जिस मात्रा में बारदाना उपलब्ध करना था वह रोक के रखी है एवं सेन्ट्रल पूल में जो धान खरीदना था उसके लिये एफ.सी.आई.को मना किया ।
छ.ग.में किसान हित में जो जो भी कार्य किये जा रहे हे उससे भाजपा के नेताओं के पेट में दर्द हो रहा है, भाजपाई पूर्व में भी किसान विरोधी रहे हैं, एवं आज भी किसान विरोधी है जो सिर्फ अपने पार्टी का हित साधने के लिये लोगों को गुमराह करने के लिए, झूठा किसान हितैशी होने का नौटंकी करके, दिखावटी एवं बनावटी धरना प्रदर्शन कर रहे है।