एनएसयूआई के प्रदेश सह सचिव आदित्य नारंग के नेतृत्व में छात्रों की भारी मांग को देखते हुए वर्ष 2020 पूरे वर्ष भर छात्र-छात्राओं की पढ़ाई ऑनलाइन के माध्यम से हुई है, जिसमें गुरुजनों एवं छात्र छात्रों को कई कठिनाइयों का सामना कर सभी विषयों को यदा-कदा पूर्ण किया गया है, जिसमें बहुत से विद्यार्थियों को जैसे पिछड़े और ग्रामीण क्षेत्र से हैं वहां इंटरनेट की सुविधा सुचारू रूप से नहीं मिल पाने की वजह से विद्यार्थियों को इस वर्ष की पढ़ाई करना अत्यधिक मुश्किलो का सामना करना पड़ रहा है!






आदित्य नारंग ने बताया कि विश्वव्यापी कोविड-19 महामारी पूरे देश व प्रदेश में लोगों को अपने चपेट में ले लिया है! भयावक रूप को देखते हुए प्रदेश सरकार ने पहल कर लॉकडाउन प्रारंभ किया जिसमें सभी शिक्षण संस्था बंद किया गया था, जिससे छात्रों को अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा लेकिन भूपेश सरकार जनहित के लिए ऑनलाइन परीक्षा जनरल प्रमोशन जैसे अनेक निर्णय लिए जो कारगर सिद्ध हुए वर्तमान में विश्व व्यापी महामारी में गिरावट आती गई जिसे वैक्सीन उपलब्ध होने के बावजूद भी प्रदेश में इसकी संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है,
वर्तमान परिस्थितियों में लिखित परीक्षा का आयोजन मुश्किल है, जिसमें गुरुजनों व छात्र-छात्राओं का सामंजस्य स्थापित कर अत्यंत आवश्यक है उपरोक्त कारणों व जन सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए उचित निर्णय लेना उचित होगा, अधिकांश छात्र प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों से आते हैं एनएसयूआई ने सभी परिस्थितियों को देखते हुए ऑनलाइन परीक्षा करवाने की मांग कर कुलपति महोदय एवं प्राचार्य महोदय जी को ज्ञापन सौंपा गया ! तब कुलपति महोदय द्वारा ऑनलाइन परीक्षा कराने का आश्वासन दिया !
ज्ञापन सौंपने वालों में रामाकांत चंद्राकर, सोनू साहू, मुरली डड़सेना, हितेश सिन्हा, उस्मान रजा, रिकेश गायकवाड, अभिषेक गिरी, अमरेश गिरी, आकाश तिवारी, निकिता सिंह, सबा अंसारी, शशिकांत साव, शैलेश गिरी, राहुल सिंह राजपूत, गगन चंद्राकर, तुषार महोबिया, युवराज, चंदन सहारे, गोविंद सोनी, भरत देवांगन, आदर्श पांडे, कृतिका देवांगन, प्रशांत, मनदीप कौर, वंशिका साहू, लीना निषाद, दीपिका पारधी, एल ज्योत्सना, आशा देशलहरे, अर्पण सिंह राजपूत, हरेंद्र स्वर्णकार, राजलक्ष्मी, खुशबू सांगडे, निखिल यादव, पंकज पांडे, चंद्रभान तारा, किशन देवांगन, सुमित प्रजापति एवं अनेक एनएसयूआई के छात्रगण उपस्थित थे !