रजिस्ट्री नहीं रुकी, नियमितीकरण के मामले अटके, मोपका, बहतराई, खमतराई में अवैध प्लाट के नक्शे पास नहीं हो रहे





शहर और उससे लगे पंचायत क्षेत्रों में अवैध प्लाटिंग की ‘दैनिक भास्कर’ में लगातार प्रकाशित खबरों के बाद नगर निगम ने कार्रवाई तो शुरू कर दी है, पर प्लॉट खरीदने वालों को न्याय नहीं मिल रहा है। निगम आयुक्त से जिला पंजीयक को अवैध प्लाटों की रजिस्ट्री रोकने पत्र नहीं मिला है।
सवाल यह है कि रजिस्ट्री रोक दी जाए तो नए लोग कथित अवैध प्लाट के चक्कर में नहीं फंसेंगे इसकी क्या गारंटी है। जो खरीद चुके हैं, उनके पैसों का क्या होगा? क्या वह अपने प्लॉट पर मकान बना पाएंगे। नगर निगम इन्हें मकान निर्माण की अनुमति नहीं दे रहा है।
नियमानुसार ऐसा संभव नहीं है। नगर निगम जब तक अवैध प्लाटिंग के मामले में कारगर कार्रवाई नहीं करेगा, यह धंधा बंद नहीं होगा।आयुक्त अजय कुमार त्रिपाठी का कहना है कि अवैध प्लाटिंग रोकने से आगे उन कालोनियों, प्लाट का नियमितीकरण जरूरी है। नियमों के अंतर्गत प्लाट बेचकर विकास शुल्क वसूल किया जाकर अवैध प्लाट खरीदने वालों को मकान बनाने के लिए सहूलियतें उपलब्ध कराई जाएंगी।
अवैध प्लाटिंग के गोरखधंधे में सब शामिल, ऐसे बच सकते हैं
अवैध प्लाटिंग का गोरखधंधा विशुद्ध रूप से बिल्डरों और उनके बिचौलियों द्वारा चलाया जाता है। ज्यादातर पंचायत क्षेत्र की कृषि भूमि को एक़ड़ के भाव में खरीदने का एग्रीमेंट कर विक्रेता के नाम से खुद या पॉवर ऑफ अटार्नी लेकर या फिर सीधे छोटे छोटे प्लॉट में बिक्री करते हैं। किसानों को एकड़ की दर देकर खुद वर्गफुट की दर से अधिक पैसे वसूलते हैं। किफायत दर पर मकान बनाने के लिए प्लाट उपलब्ध कराने का झांसा देने वाले कच्ची रोड या कांक्रीट की पतली लेयर वाली सड़क बना देते हैं।
दिखाने के लिए बिजली लाइन भी अस्थाई खंभे से ले ली जाती है। इसके लिए बिजली विभाग बिना पूरी पड़ताल किए अस्थाई कनेक्शन देने में मदद करता है। पंचायत हो या नगर निगम के इंजीनियर कभी ऐसे क्षेत्रों में जाने की जहमत नहीं उठाते,क्योंकि वह भी इसके हिस्सेदार होते हैं। जाहिर है कि नगर निगम, पंचायतों की मिलीभगत से अवैध प्लाटिंग का खेल चलता रहता है। पंचायत क्षेत्रों के नगर निगम में शामिल होने के दौरान ही बिल्डरों ने अवैध प्लाटिंग का धंधा जोरशोर से शुरू कर दिया था।
जानिए किसने कहां अवैध प्लाटिंग की
नगर निगम ने अवैध प्लाटिंग के 89 मामले दर्ज किए हैं। हालांकि यह अवैध प्लाटिंग की पूरी लिस्ट नहीं है। अवैध प्लाटिंग करने वालों की संख्या इसके कई गुना अधिक है। जिन अवैध प्लाटिंग, कालोनी विकासकर्ता के नियमितीकरण के आवेदन पेंडिंग हैं उनके नाम इस प्रकार हैं-प्रदीप पटेल, नंदू यादव, बंटी ठाकुर सकरी, विकास भोजवानी मंगला, रोशन बी.राहिर अली रहमत अली, फरीदा बानो उस्लापुर- सुशीला बाई सिरगिट्टी, मेसर्स राघव बिल्डर्स शांति नगर, मेसर्स राम गुरु बिल्डर्स कोलोनाइजर अयोध्या नगर, प्रतिमा मिश्रा बहतराई, गुलाब चिल्हाटी, छोटे कुमार चिल्हाटी, हरबंश सिंह चिल्हाटी, बलदाऊ, राजेंद्र देवांगन, राम देवांगन, श्यामभाऊ, चितपाल सिंह वालिया चिल्हाटी, गुलाब कुर्रे, छोटेलाल कुर्रे, राजकुमार चंद्राकर चिल्हाटी, गुलाब कुर्रे, छोटेलाल कुर्रे, नवल किशोर शर्मा चिल्हाटी, गुलाब कुर्रे, छोटेलाल कुर्रे, सुरेश मिश्रा चिल्हाटी, सियाराम कश्यप/भागीरती कश्यप खमतराई, देवा कश्यप खमतराई, मिथलेश सेन्डरी, तारा बाई सेन्डरी, शांति सेन्डरी मोपका, विवेक अग्रवाल, अमित अग्रवाल, राम इंफ्रा सकरी, रामखिलावन कोरी सकरी, गोपाल कश्यप मंगला, रामलाल कश्यप मंगला, संजीत वाधवा सकरी, अनिता जाटवर सिरगिट्टी, अनारकली सोनी सिरगिट्टी, सागर बंजारे जूनी तालाब के पास, केशर बाई रजक तिफरा, सरिता बजाज जरहाभाठा, बहोरन यादव दो मुहानी, होरीलाल कश्यप दो मुहानी, लोरिक यादव दो मुहानी, संतोष वाधवानी तोरवा, रितेश सिंह राजपूत/मोति मण्डावी तोरवा, श्याम लाल पति पुनवा तोरवा, सम्मी खान तोरवा, जावेद खान तोरवा, मनीष तिवारी चिल्हाटी, नरेंद्र मोटवानी मोपका, एसआर साहू खमतराई, गुरुचरण सिंह छाबड़ा एवं जसपाल सिंह छाबड़ा बिजौर, अजय निषाद मोपका, बृजेश शर्मा मोपका, मनीष ओबरानी मोपका, रामकुमार पांडे अशोक नगर चांटीडीह, युसुफ हुसैन, मुर्तजा हुसैना/मोइन खान, बंटी खान मोपका, राजाराम साहू, रामेश्वर साहू मोपका, आरती, अन्नू मसीह मोपका, महेन्द्र कुमार मनहर मोपका, जॉन मैक्सवेल, प्रदीप सिंह मोपका, विकास नाथ, जितेंद्र नाथ मोपका, हामिद खान चिल्हाटी, अनिल राठौर चिल्हाटी, बन्द्री प्रसाद, अनास खान मोपका, वासुदेव साहू, राकेश तिवारी मोपका, नवनीत सिंह टूटेजा खमतराई, जीतू नामदेव खमतराई, दीपकेश दिनकर खमतराई, छेदीलाल सराफ, कुंवरलाल वगैरह, संतोष सराफ खमतराई, मो इकराम, चन्द्रशेखर श्रीवास, दिपांशु श्रीवास, शहबाज अहमद खमतराई, अशोक कुमार सोनी बिजौर, शिवकुमार बिजौर, बलदाऊ राजेंद्र देवांगन, राम देवांगन, श्यामभाऊ, चितपाल सिंह वालिया चिल्हाटी, पवन अग्रवाल कोनी, संजय शुक्ला बिरकोना, राजेश सखूजा सरकण्डा, कांति कुमार दुबे सरकण्डा, मिलेन केशरवानी बिरकोना। (विभागीय सूत्रों से प्राप्त )