रायपुर/ सीआईडी में इंस्पेक्टर के लिए स्वीकृत चार पदों पर अब तक भर्ती नहीं होने के कारण इन्हें इंस्पेक्टर साइबर क्राइम के रूप में परिवर्तित करने की तैयारी है। इसके लिए डीजीपी ने गृह विभाग को प्रस्ताव भेजा है। हालांकि अभी गृह विभाग की ओर से स्वीकृति नहीं मिली है।



दरअसल, छत्तीसगढ़ पुलिस कार्यपालिक (अराजपत्रित) सेवा भर्ती व पदोन्नति नियम में इंस्पेक्टर जेएबी, कार्ट्रोग्राफर और एससीआरबी के चार पद स्वीकृत हैं। इसके विपरीत इन पदों पर अब तक भर्ती नहीं हो सकी है। दूसरी ओर, 2008 में सीआईडी के अंतर्गत ही साइबर क्राइम के तीन पदों पर सब इंस्पेक्टर की भर्ती की गई, लेकिन इनके लिए इंस्पेक्टर के पद नहीं बनाए गए।
यही वजह है कि दस साल से ज्यादा समय होने के बावजूद तीन सब इंस्पेक्टरों को प्रमोशन नहीं मिल सका है। इसे देखते हुए डीजीपी डीएम अवस्थी ने गृह विभाग के एसीएस को इंस्पेक्टर जेएबी के दो और कार्ट्रोग्राफर व एससीआरबी के एक-एक पद मिलाकर चार पदों को इंस्पेक्टर साइबर क्राइम के पद पर परिवर्तित करने के लिए प्रस्ताव भेजा है।
प्रमुख सचिव और डीजीपी को अवमानना नोटिस भी
दस साल बाद भी जब साइबर क्राइम के सब इंस्पेक्टरों को प्रमोशन नहीं मिला, तब उन्होंने विभागीय स्तर पर कोशिश की, लेकिन जब प्रमोशन का रास्ता नहीं बना तो हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इस मामले में हाईकोर्ट ने अप्रैल 2019 में भर्ती नियम में संशोधन कर 6 महीने के भीतर पदोन्नत करने का आदेश पारित किया था। इसके बाद भी जब प्रमोशन नहीं मिला, तब जनवरी 2020 में हाईकोर्ट ने प्रमुख सचिव गृह व डीजीपी को अवमानना नोटिस जारी किया था।