दुर्ग/ जेवरा पुलिस ने शुक्रवार रात को कचांदूर मोड़ पर संदेह के आधार पर ऑटो क्रमांक CG 07 BF 7974 और CG GZ 8468 को रोककर चालकों से पूछताछ किया। ऑटो चालकों के द्वारा बताया गया था कि उनकी ऑटो में करीब 200 क्विंटल पीडीएस चावल सफेद बोरी में भरा हुआ है।
जिसे राइस मिल जा रहे थे। पुलिस को दोनों ऑटो चालक से चावल संबंधित कोई भी दस्तावेज नहीं मिले । जिस पर पुलिस खाद्य विभाग दुर्ग को पत्र लिखकर चावल के संबंध में जांच करने के लिए कहा था।
जिस पर आज खाद्य विभाग से खाद्य नियंत्रक सी पी दीपांकर के निर्देशानुसार जांच के तीन सदस्यीय टीम जेवरा पुलिस चौकी भेजा गया जिसमें खाद्य निरीक्षक सुरेश साहू,नेहा तिवारी, वसुधा गुप्ता शामिल रही।




टीम के द्वारा पुलिस चौकी पर जप्त ऑटो में रखे चावल का क्वालिटी इस्पेक्टर (नान) के चन्द्रशेखर वर्मा के जांच कराया गया जिसमें वर्मा के द्वारा पीडीएस संतुलित चावल होने की संभवाना से इंकार किया गया।
टीम के सामने पीडीएस चावल नही होने की बात सामने आने के बाद आगे की कार्यवाही पुलिस का होना बताया गया। और बैरंग लौट जाने की बात सूत्रों से प्राप्त हुआ है।

आगे की कार्यवाही और दस्तावेजों की जांच पुलिस विभाग के द्वारा किया जा रहा है साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों से इसके लिए मार्गदर्शन लिए जाने की बात विभागीय सूत्रों ने बताया।
उचित मूल्य की राशन दुकान से प्रतिदिन दलालों के माध्यम से होती है खरीदी।
कुछ दुकानदार और राशन कार्डधारियों के द्वारा दलालों के माध्यम से दुकानदार व दलालों के माध्यम से दुकान पर ही पीडीएस चावल विक्रय कर दिया जाता है जो दो पहिया वाहनों के माध्यम से हटरी बाजार,धमधा नाका ओवर ब्रिज के नीचे,रामदेव मंदिर के पास, दुर्ग में भिलाई में कोहका कुरूद,कैम्प क्षेत्रों में,सुपेला मार्केट,कांट्रेक्टर कालोनी,ख़ुर्शीपार, भिलाई तीन,चरौदा,कुम्हारी के दुकानों पर पहुचते है। इसके बाद इन्हें दुकानों से कुछ ऑटो पर तो कुछ बंद गाड़ियों में लोड कर गंजपारा, चनखुरी,समोदा,जेवरा के राइस मिलो में खपत किया जाता है।
कमीशन सबकों जाता है,पीडीएस चावल का काम आसान नहीं- ब्रोकर
जैसा कि पीडीएस चावल से जुड़े विभागीय सूत्र और ब्रोकर बताते हैं । की कमीशन पीडीएस चावल से जुड़े सभी विभागों व जांच करने का अधिकार रखने वालों को जाता है जिसमे पुलिस विभाग भी शामिल है। भिलाई से निकलने वाले वाहन 5+2 विभाग को पहुचाते है। तो दुर्ग क्षेत्र 2+2 को पहुचाते है। भिलाई तीन और चरौदा 5+3 जगहों पर इसके साथ जनप्रतिनिधियों को 1 रुपए प्रतिकिलो मंथली के हिसाब से।
व अन्य लोगों को दिवाली होली पर।


ट्रांसपोर्टर भी करते हैं पीडीएस चावल का खपत इसके लिए वह ग्रामीण क्षेत्रों के उचित मूल्य दुकानों पर साठगांठ करते हैं और एक साथ बड़ी मात्रा पर स्टॉक जमा कर अफरातफरी करते हैं।जिसमे भिलाई क्षेत्र के नेता ज्यादातर शामिल है जो महिला समूहों के नाम पर कई सारे दुकानों का संचालन करते हैं।
आगे खुलासा और भी…..…

