
सायबर फ्रॉड (Cyber Fraud) करने वालों ने आईएएस अवनीश शरण के नाम से फेक फेसबुक आईडी बना लिया और उनके फ्रेंडलिस्ट में शामिल लोगों को मैसेज करके आर्थिक मदद मांगने लगे।






रायपुर. ठगों के निशाने पर आम लोग ही नहीं खास और ओहदेदार लोग भी हैं। सायबर फ्रॉड करने वालों ने आईएएस अवनीश शरण के नाम से फेक फेसबुक आईडी बना लिया और उनके फ्रेंडलिस्ट में शामिल लोगों को मैसेज करके आर्थिक मदद मांगने लगे। रात को आईएएस के नाम से सोशल मीडिया में आर्थिक मदद वाले मैसेज मिलने से कई लोग चौंक पड़े। फिर इसकी जानकारी आईएएस को दी गई। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना देकर फेक आईडी को ब्लॉक करवाया। मामले में एफआईआर दर्ज नहीं हुआ है।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार की रात ठगों ने आईएएस अवनीश शरण के नाम से फेक फेसबुक आईडी बनाकर उनके फ्रेंडलिस्ट के लोगों को मैसेज करना शुरू कर दिया। मैसेज में ठग 8000 रुपए की मांग कर रहे थे। इस तरह के मैसेज की जानकारी लोगों ने आईएएस शरण को दी। इसके बाद उन्होंने रात में ही पुलिस को जानकारी देकर फर्जी फेसबुक आईडी को ब्लॉक करवाया।
रकम से ही हुआ शक
फेसबुक में जिन लोगों के पास आईएएस के नाम से 8000 रुपए की मदद मांगने का मैसेज जैसे ही पहुंचा, लोगों को शक हो गया कि यह फर्जी है। एक आईएएस होकर सोशल मीडिया के जरिए 8000 रुपए की मदद क्यों मांगेंगे। उल्लेखनीय है कि इस तरह कई मामले सामने आ चुके हैं। पहले भी आईपीएस, डीएसपी, विधायक, मंत्री के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनकर ठगी की कोशिश की गई है।
ठगी के पीछे जामताड़ा गिरोह
नकली फेसबुक आईडी बनाकर ठगी करने के पीछे के झारखंड के जामताड़ा गिरोह का हाथ है। अब तक दर्जन भर से अधिक हाईप्रोफाइल लोगों के नाम से इस तरह की ठगी की कोशिश हो चुकी है। लेकिन एक भी मामले में आरोपियों को पकड़ा नहीं जा सका है। दरअसल सभी मामलों में सायबर फ्रॉड करने वालेे लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं। किसी को ठग नहीं पाए हैं। इस कारण एफआईआर नहीं करवाते हैं। केवल फर्जी आईडी को ब्लॉक करवा देते हैं।
पुलिस को सूचना दे दी गई है
इस संबंध में आईएएस अवनीश शरण का कहना है कि रात में करीब 11 बजे मेरे द्वारा फेसबुक में 8 हजार रुपए आर्थिक मदद मांगने की जानकारी मिली। फ्रेंडलिस्ट में शामिल एक व्यक्ति ने इसकी जानकारी मुझे दी। इसके बाद उसी समय फेसबुक को चेक किया, तो बड़ा आश्चर्य हुआ। उनके नाम से एक और फेक फेसबुक आईडी बना लिया गया है। और उसी आईडी से फेसबुक फ्रेंड्स को मैसेज करके आर्थिक मदद मांगी जा रही थी। रात में ही इसकी जानकारी एसएसपी अजय यादव को दी गई। इसके बाद पुलिस ने फेक फेसबुक आईडी को ब्लॉक करवा दिया गया है। ठगी करने वाले ने लोगों को झांसा देने की कोशिश की, लेकिन इसमें वह सफल नहीं हो पाया।
रायपुर एसएसपी अजय यादव ने कहा, शिकायत मिलने के बाद फेक फेसबुक आईडी को ब्लॉक करवा दिया गया है। सायबर सेल की टीम फेक आईडी बनाने की जांच कर रही है। आमतौर इस तरह की ठगी की कोशिश करने वाले दूसरे राज्य के होते हैं। कई बार ठगों के नाम-पता भी सही नहीं होते हैं। इसलिए असली आरोपी तक पहुंचने में समय लग जाता है। फिलहाल सायबर सेल की टीम सायबर ठगी से जुड़े मामलों की गंभीरता जांच कर रही है।