JwalaExpressJwalaExpress

    Subscribe to Updates

    Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

    What's Hot

    पुरानी गंजमंडी काम्पलेक्स में 50 लाख के सी-मार्ट की सौगात स्थानीय स्तर पर निर्मित सामानों विक्रय का माध्यम: वोरा

    March 22, 2023

    डेयरी पशुओं के प्रजनन स्वास्थ्य प्रबंधन’’ विषय पर कृषि विज्ञान केंद्र में दो दिवसीय कार्यक्रम का समापन

    March 22, 2023

    बिना अनुमति के 30 जून तक नलकूप खनन पर लगी रोक

    March 22, 2023
    Facebook Twitter Instagram
    Facebook Twitter Instagram Vimeo
    JwalaExpress JwalaExpress
    Subscribe Login
    • होम
    • छत्तीसगढ़
    • देश-विदेश
    • राजनीति
    • क्राइम
    • खेल
    • मनोरंजन
    • व्यापार
    • जरा हटके
    • विविध
      • गृह लक्ष्मी
      • धर्म
      • शिक्षा
      • स्वास्थ्य
      • पर्यटन
    • E-Paper
    JwalaExpressJwalaExpress
    Home»जरा हटके»बच्चों को ई-बुक से नहीं किताबों से पढ़ाएं
    जरा हटके

    बच्चों को ई-बुक से नहीं किताबों से पढ़ाएं

    adminBy adminJune 13, 2020No Comments2 Mins Read

    लॉकडाउन के दौरान आजकल ऑनलाइन पढ़ाई का दौर शुरु हो गया है पर इसमें भी एक संतुलन रखना जरुरी है। मोबाइल और हाई टेक गैजेट के अधिक इस्तेमाल से बच्चों को कई प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं। यह सही है कि आजकल तकनीक के दौर में लोगों का काम तो आसन हो गया है, लेकिन रिश्तों में दूरियां आनी शुरू हो गई हैं। पहले जहां माता पिता अपने बच्चों के साथ समय बिताया करते थे, उनको कहानियां सुनाया करते थे, तो वहीं आज तकनीक के इस युग में इन सभी चीजों में तेजी से बदलाव आ रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार जो माता-पिता अपने बच्चों को किताबों की जगह ई-बुक से पढ़ाते हैं, उनका ध्यान बच्चों को पढ़ाने से ज्यादा तकनीक के बारे में चर्चा करने में रहता हैं।

    अध्ययन के दौरान 37 अभिभावकों के साथ उनके बच्चों को भी शामिल किया गया। इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने तीन पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया- प्रिंट बुक, इलेक्ट्रॉनिक बुक और एडवांस इलेक्ट्रॉनिक बुक, जिसमें साउंड के साथ एनिमेशन भी था।

    इसमें सामने आया कि जो माता-पिता बच्चों को ई-बुक के माध्यम से पढ़ाते हैं, उनका ध्यान बच्चों की पढ़ाई में कम और तकनीक में ज्यादा होता है। यही कारण है कि बच्चे पढ़ाई में ज्यादा ध्यान नहीं लगा पाते हैं और अभिभावक भी उतने प्रभावशाली तरीके से उन्हें पढ़ाने में असफल रहते हैं।

    बच्चों से बात करने और उन्हें पढ़ाने से बच्चों में लैंग्वेज स्किल्स विकसित होते हैं। साथ ही बच्चों की अपने अभिभावकों के साथ बॉन्डिंग भी मजबूत होती है। किताबों से पढ़ते समय बच्चों को जो अनुभव मिलते हैं, उन्हें वो लंबे समय तक याद रहते हैं। इसके अलावा बच्चों का दिमाग भी बेहतर ढंग से विकसित हो पाता है, जिस कारण वो नई चीजें जल्दी और आसानी से सीख पाते हैं।

    Previous Articleत्रिशाला की परवरिश पर यूजर ने उठाए सवाल
    Next Article कोरोना से जंग में भारत सबसे बेहतर
    admin
    • Website

    Related Posts

    बिना अनुमति के 30 जून तक नलकूप खनन पर लगी रोक

    March 22, 2023

    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपस्थिति में गोबर खरीदी के लिए श्रीसीमेंट और जिला प्रशासन बलौदाबाजार-भाटापारा के बीच एमओयू

    March 21, 2023

    चेट्रीचंड्र (चैतीचांद) महोत्सव के लिए राज्य के नगर-निगम व नगर पालिका क्षेत्रों में सामान्य अवकाश रहेगा

    March 21, 2023

    पेट्रोल पंप में ₹200 के पेट्रोल डालने के बाद भी गाड़ी के पेट्रोल टंकी में एक बूंद पेट्रोल नहीं हंगामा, जाने पूरी खबर

    March 21, 2023

    Leave A Reply Cancel Reply

    CG Live Budget
    https://www.youtube.com/watch?v=zxyCMmZYMOc
    RO-12338/99
    RO-12338/99
    Ro No. 12294/99
    Ro No. 12276/48
    Ro No. 12276/48
    संपादक

    ज्वाला प्रसाद अग्रवाल

    www.jwalaexpress.com
    एड्रेस :
    वार्ड क्रमांक 27, झूलेलाल मंदिर के पीछे ,
    सिंधी कॉलोनी , दुर्ग (छत्तीसगढ़ ) पिन कोड - 491001

    मोबाइल : 9993590905, 7000489995
    ई-मेल  : jwalaexpress@gmail.com

    हमारे बारे में
    ज्वाला एक्सप्रेस छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है व साप्ताहिक न्यूज पेपर जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है। इसके साथ ही हम महत्वपूर्ण खबरों को अपने पाठकों तक सबसे पहले पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
    सम्पूर्ण न्यायिक प्रकरणों के लिये न्यायालयीन क्षेत्र दुर्ग होगा।
    Facebook Twitter Instagram Pinterest
    • Home
    • Politics
    • Business
    • Technology
    • Buy Now
    © 2023 ThemeSphere. Designed by ThemeSphere.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Sign In or Register

    Welcome Back!

    Login to your account below.

    Lost password?