ठेले में गोबर लेकर भाजयुमों ने राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ जताया आक्रोश, शिक्षित युवाओं को राज्य सरकार उपलब्ध करवाए रोजगार-शर्मा
दुर्ग। जिला भाजयुमों ने राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार पर
शिक्षित बेरोजगारों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया है।
जिसके विरोध में बुधवार को कार्यकत्र्ताओं ने पटेल चौक में ठेले में गोबर लेकर राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ सांकेतिक रुप से आक्रोश जताया गया। प्रदर्शन उपरांत जिला भाजयुमों द्वारा राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर शिक्षित बेरोजगारों को नौकरी व बेरोजगारों को 5 हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता देने की दिशा में राज्य सरकार का ध्यानाकर्षित कराने की मांग की गई।
यह प्रदर्शन सांसद विजय बघेल के मार्गदर्शन में जिला भाजयुमों नेता रितेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में किया गया। जिला भाजयुमों नेता रितेश कुमार शर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में 35 वर्ष तक की आयु सीमा के बड़ी संख्या में स्नातक और स्नातकोत्तर युवा है।
शासन द्वारा उन्हे रोजगार दिलाये जाने के संबंध में कोई ठोस कदम उठाया नही जा रहा है। ऐसे में ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं में बेरोजगारी तेजी से बढ़ती जा रही है और प्रदेश के युवाओं में हताशा का माहौल है। राज्य शासन द्वारा शासकीय नौकरियों को भी सीमित कर दिया गया
है।
पढ़े-लिखे ग्रेजुएट एवं पोस्ट ग्रेजुएट शिक्षित बेरोजगारों द्वारा गोबर बेचकर अपना और अपने परिवार का जीवन यापन करना संभव नहीं है। ऐसी स्थिति में राज्यपाल द्वारा राज्य शासन को यह निर्देश दे, कि वह शिक्षित बेरोजगारों के लिए योग्यता अनुरुप शासकीय भर्तीयां निकाले और शिक्षित बेरोजगारों को रोजगार प्राप्त होने तक बेरोजगारी भत्ता प्रतिमाह 5 हजार रु. कि हिसाब से भुगतान करें, ताकि बेरोजगारी के हताशा से युवाओं को मुक्ति दिलाया जा सकें।
प्रदर्शन में जिला भाजयुमों नेता हिमांशु सिंह, निरंजन दुबे, राजा ठाकुर, अमित कौशल, सत्या सिरमौर, गोपीनाथ भोला भंडारी,सादिक अली, लाल बहादुर नेताम, दीपू यादव, मनोज मरकाम, आसिफ अली, मनीष टोपा, नितेश ठाकुर, मृत्युंजय दुबे, रितिक साहू एवं बड़ी संख्या में कार्यकत्र्ता शामिल हुए।