मध्य प्रदेश में आठ दिनों के इंतजार के बाद सोमवार को विधायक दल की बैठक में भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और स्पीकर के नाम से पर्दा उठा दिया है.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव नतीजों के आने के आठ दिन बाद हुई विधायक दल की बैठक से राज्य के रीवा जिले को दोहरी खुशी मिली है. रीवा विधानसभा से पांचवीं बार विधायक चुने गए राजेंद्र शुक्ल को मध्य प्रदेश का उप मुख्यमंत्री बनाया गया है, जबकि रीवा के ही दामाद मोहन यादव को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री पद सौंपा गया है. इस तरह रीवा के लिए सोमवार का दिन दोहरी खुशी लेकर आया.
विधानसभा चुनाव के बाद सोमवार को सीएम और डिप्टी सीएम के नामों का ऐलान हुआ. मध्य प्रदेश में सीएम चेहरा बदलते हुए उज्जैन से विधायक मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया गया है. जबकि मंदसौर निवासी जगदीश देवड़ा और रीवा के राजेंद्र शुक्ल को डिप्टी सीएम पद से नवाजा गया है. सोमवार को हुई इन तीनों की घोषणा के बाद मध्य प्रदेश के इन तीनों शहरों में जश्न का माहौल रहा. वहीं रीवा में दोहरी खुशी मनाई गई. यह खुशी रीवा से विधायक राजेंद्र शुक्ल के डिप्टी सीएम और दामाद मोहन यादव के सीएम बनाने को लेकर मनाई गई.
शुक्ल पांचवीं बार बने विधायक
विंध्य के रीवा से राजेंद्र शुक्ल पांचवीं बार विधायक चुने गए. रीवा एक तरह से बीजेपी का गढ़ सा बन गया है. इस बार भी विंध्य की 30 में 25 सीटें बीजेपी के खाते में गई हैं. राजेंद्र शुक्ल पहली बार 2003 में विधायक चुने गए थे. पिछली विधानसभा कार्यकाल में उन्हें आखिरी दो महीने पहले ही मंत्री बनाया था. जबकि इस विधानसभा के कार्यकाल में उन्हें डिप्टी सीएम बनाया गया है.
विंध्य के रीवा से राजेंद्र शुक्ल पांचवीं बार विधायक चुने गए. रीवा एक तरह से बीजेपी का गढ़ सा बन गया है. इस बार भी विंध्य की 30 में 25 सीटें बीजेपी के खाते में गई हैं. राजेंद्र शुक्ल पहली बार 2003 में विधायक चुने गए थे. पिछली विधानसभा कार्यकाल में उन्हें आखिरी दो महीने पहले ही मंत्री बनाया था. जबकि इस विधानसभा के कार्यकाल में उन्हें डिप्टी सीएम बनाया गया है.
मोहन यादव के ससुराल में खुशी का माहौल
इधर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनाए गए मोहन यादव का ससुराल रीवा में है. उनके सीएम बनने की खुशी रीवा में भी मनाई गई. बात 1992 की है, जब रीवा में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का बड़ा सम्मेलन सरस्वती शिशु मंदिर में हुआ था, तब मोहन यादव छात्र नेता थे, वे सम्मेलन में शामिल होने के लिए रीवा गए थे. शिक्षक ब्रह्मानंद ने मोहन यादव को देखा और अपने घर बुलाया. जिसके बाद ब्रह्मानंद उज्जैन स्थित मोहन यादव के घर पहुंचे और उनके परिवार से मिले. बात आगे बढ़ी और रिश्ता तय हो गया. रीवा के संजय नगर में अभी मोहन यादव के साले सदानंद यादव परिवार सहित रहते हैं. सीएम चुने जाने के बाद ससुराल में खुशी का माहौल है.
इधर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनाए गए मोहन यादव का ससुराल रीवा में है. उनके सीएम बनने की खुशी रीवा में भी मनाई गई. बात 1992 की है, जब रीवा में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का बड़ा सम्मेलन सरस्वती शिशु मंदिर में हुआ था, तब मोहन यादव छात्र नेता थे, वे सम्मेलन में शामिल होने के लिए रीवा गए थे. शिक्षक ब्रह्मानंद ने मोहन यादव को देखा और अपने घर बुलाया. जिसके बाद ब्रह्मानंद उज्जैन स्थित मोहन यादव के घर पहुंचे और उनके परिवार से मिले. बात आगे बढ़ी और रिश्ता तय हो गया. रीवा के संजय नगर में अभी मोहन यादव के साले सदानंद यादव परिवार सहित रहते हैं. सीएम चुने जाने के बाद ससुराल में खुशी का माहौल है.