मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मंगलवार को छिंदवाड़ा जिले के पांढुरना क्षेत्र के ग्राम पेठाई में जन संवाद को संबोधित करते हुए कहा कि यदि किसी भी भूमि की रजिस्ट्री हुई है तो नामांतरण करना पटवारी की जिम्मेदारी है. यदि नामांतरण में देरी होती है तो पटवारी के साथ-साथ कलेक्टर पर भी कार्रवाई हो सकती है. उन्होंने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि जनहित में चलने वाली योजनाओं को भी बिना विलंब के जनता तक पहुंचाना, कर्मचारियों और अधिकारियों की जिम्मेदारी है.
छिंदवाड़ा जिले पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने जनसंवाद के दौरान सभा संबोधित करते हुए कहा कि देश की मोदी सरकार और मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार किसानों के हित में लगातार काम कर रही है. उन्होंने किसानों से पूछा कि उन्हें साल भर में कितनी सहायता राज्य और केंद्र सरकार से मिल रही है ? इस पर एक किसान ने कहा कि उसे 10000 रुपये मिल रहे हैं, जबकि सभी किसानों ने कहा कि सरकार की ओर से 12000 रुपये की राशि मिल रही है. किसान ने यह भी कहा कि लाडली बहन योजना का पैसा उनके खाते में अभी नहीं आया है. उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि आप पैसा डलवा दीजिए. किसान ने यह भी कहा कि आप तो पहली बार विधायक बने हैं आप मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कैसे बैठ गए ? इस प्रश्न पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भी ठहाके लगाए. इसके अलावा वहां मौजूद लोगों ने भी खूब आनंद लिया.
कलेक्टर को दिया अल्टीमेटम
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अपने तेवर दिखाते हुए कलेक्टर को अल्टीमेटम दे दिया. उन्होंने कहा कि यदि लोगों ने रजिस्ट्री करवाई और उनका नामांतरण सही समय पर नहीं हुआ तो पटवारी के साथ-साथ कलेक्टर साहब आप पर भी कार्रवाई हो सकती है. मुख्यमंत्री की चेतावनी पर जन संवाद में मौजूद लोगों ने जमकर तालियां बजाई. उन्होंने कहा कि सरकार की योजना का लाभ आम लोगों तक पहुंचाना कर्मचारियों और अधिकारियों की नैतिक जिम्मेदारी है.
छिंदवाड़ा की लोकसभा सीट पर भी बीजेपी की नजर
आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का लक्ष्य मध्य प्रदेश में 29 लोकसभा सीट पर विजय हासिल करना है. इसी वजह से मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव खुद छिंदवाड़ा जिले में अपनी सक्रियता बढ़ा रहे हैं. मध्य प्रदेश की 29 में से मौजूदा समय में 28 सीट बीजेपी के पास है जबकि छिंदवाड़ा की लोकसभा सीट पर नकुल नाथ सांसद है.