मॉडल को झांसा देकर पोर्न फिल्म बनाने और फिर उसे अश्लील वेबसाइट पर डालने का मामला सामने आया, पुलिस ने गिरोह के मास्टरमाइंड गिरफ्तार कर लिया
इंदौर। जिले में वेब सीरिज में काम दिलाने के बहाने मॉडल्स के साथ शारीरिक और आर्थिक शोषण करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने गिरोह के मास्टरमाइंड गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी मास्टर माइंड बार-बार लोकेशन बदल रहा था। यह हॉलीवुड की फिल्मों में भी काम कर चुका है और बॉलीवुड में भी इसका तगड़ा नेटवर्क है। ये पोर्न वेब साइट्स, एडल्ट वेब साइट्स और ओटीटी प्लेटफार्म पर लाखों रुपए में इन मूवी का सौदा करते थे। यह घटना इंदौर के मयूर हॉस्पिटल के पास की है, जहां राज्य साइबर सेल ने बृजेंद्र सिंह गुर्जर निवासी भिंड को को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी अपनी जमानत के सिलसिले में भाई और साथी के साथ इंदौर पहुंचा था। जहां टीम ने घेराबंदी कर धर दबोचा।
राज्य सायबर सेल इंदौर एसपी जितेन्द्र सिंह ने बताया कि 25 जुलाई को शहर की 22 की एक मॉडल को झांसा देकर पोर्न फिल्म बनाने और फिर उसे अश्लील वेबसाइट पर डालने का मामला सामने आया था। धामनोद निवासी युवती ने साइबर सेल पुलिस को बताया था कि वह इंदौर में मॉडलिंग करती है। पीड़ित युवती ने बताया कि बृजेंद्र ने उसे एक बोल्ड मूवी सीरिज में काम दिलवाने का बोल कुछ बोल्ड सीन शूट किए।
उसने कहा कि इसमें से अश्लील कंटेंट हटाकर कुछ ही सीन रखते हुए ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज करेंगे, लेकिन फिल्म को बिना एडिट किए पोर्न साइट पर अपलोड कर दिया गया। फिल्म को कुछ ही दिन में 4 लाख लोगों ने देख लिया।
फिल्म देखने के बाद एक परिचित ने युवती को इस बारे में बताया, घबराई मॉडल ने ब्रिजेंद्र और मिलिंद से संपर्क किया तो उन्होंने पल्ला झाड़ लिया। इसके बाद उसने फिल्म बनाने वाले डायरेक्टर, कॉस्टिंग डायरेक्टर सहित 5 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
गिरफ्तार आरोपी ने पूछताछ के दौरान बताया कि फिल्म में काम दिलाने के नाम पर मॉडल युवती को प्रलोभन देकर अश्लील फिल्में बनाई जाती थीं। एरोड्रम क्षेत्र के फार्म हाउस पर भी एडल्स मूवी की शूटिंग की गई थी। सूत्रों की माने तो इसके लिए फार्म हाउस मालिक ने प्रतिदिन 25 हजार रुपए लिए थे।
इस पूरे नेटवर्क को मुंबई में बैठे अशोक सिंह और विजयानंद पाण्डेय संचालित कर रहे थे। ये पोर्न वेब साइट्स, एडल्ट वेब साइट्स और ओटीटी प्लेटफार्म पर लाखों रुपए में इन मूवी का सौदा करते थे। आरोपी बड़ा मुनाफा कमाने के लिए बिना एडिट किए ही इन फिल्मों को पोर्न साइट्स पर बेच देते थे।
काम के एवज में ये मॉडल को फिल्मों में काम करने का लालच और खर्च के लिए 5 से 10 हजार रुपए दे दिया करते थे। पूछताछ में आऱोपी डायरेक्टर बृजेंद्र गुर्जर, राजेश गुर्जर, अंकित चावडा, मिलिंद डाबर सुनील जैन, अनिल द्विवेदी, विजयानंद पाण्डेय, अजय गोयल, गजेन्द्र सिंह, युवराज, प्रमोद सिमरिया और योगेन्द्र जाट के नाम सामने आए हैं। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी अंकित चावड़ा और मिलिंद डावर ने कबूला कि इस रैकेट के तार इंदौर से मुंबई तक के लोगों से जुड़े हैं।