राजनांदगांव । कोरोना संक्रमण के चलते इन दिनों स्कूलों के बंद होने पर बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए मोहला संकुल के शिक्षकों द्वारा छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग की महत्वाकांक्षी योजना पढ़ई तुंहर दुआर अभियान के तहत नियमित स्मार्ट क्लास संचालित किया जा रहा है।
इसी कड़ी में सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र कुमार देवांगन एवं संकुल शैक्षिक समन्वयक मलेश मालेकर द्वारा प्राथमिक शाला बाँधपारा, प्राथमिक व माध्यमिक शाला मांडिंग पिडिंग धेनु में चल रहे स्मार्ट क्लास का निरीक्षण किया गया। सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा बच्चों के शिक्षा कौशल का परीक्षण किया गया और स्मार्ट क्लास को अधिक रोचक बनाने हेतु कई तरीके बताये गए।
जिसका उपयोग करके शिक्षक अध्यापन को और अधिक रूचिकर एवं ज्ञानवर्धक बना सकते हैं। उल्लेखनीय है कि प्राथमिक शाला बाँधपारा की शिक्षिका मंजूलता देशमुख, प्राथमिक शाला मांडिंग पिडिंग धेनू के शिक्षक वेदराम रावटे और माध्यमिक शाला माडिंग पिडिंग धेनू की प्रधानपाठक रामायण घावड़े व शिक्षा सारथी द्वारा बहुत ही व्यवस्थित ढंग से स्मार्ट क्लास का संचालन किया जा रहा है।
जिसमें उन्हें समय-समय पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों का विशेष मार्गदर्शन प्राप्त होता रहता है। नवाचारी शिक्षण विधि का प्रयोग करते हुए संकुल मोहला के शिक्षकों द्वारा बच्चों को डिजिटल अध्यापन पर ध्यान केन्द्रित किया जा रही है। संकुल मोहला के कई शालाओं में नियमित रूप से स्मार्ट क्लास का संचालन किया जा रहा है।
सीएसी मलेश मालेकर ने बताया कि संकुल के चिलमटोला, बोइरडीह, भुरसाटोला, वागिनसुर, कुंजामटोला में शिक्षा सारथी और शिक्षक छोटी-छोटी टोली में बच्चों को कोविड-19 के बचाव उपायों के साथ पढ़ाई करा रहे है। विषम परिस्थितियों में शिक्षकों द्वारा किये जा रहे ऐसे कार्यो की संसदीय सचिव एवं क्षेत्रीय विधायक इन्द्रशाह मंडावी, समाजसेवी संजय जैन, डीएमसी भूपेश साहू एवं एपीसी सतीश ब्यौहरे ने सराहना करते हुए वनांंचल में शिक्षा की गति को सराहनीय बताया है।