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दिल्ली में चल रहे अवैध धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपी अब्दुल रहमान के दो बेटों और बहुओं को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि उसकी पत्नी भागने में कामयाब रही।

दिल्ली में चल रहे अवैध धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपी अब्दुल रहमान के दो बेटों और बहुओं को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि उसकी पत्नी भागने में कामयाब रही।

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उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण कराने के मामले में छांगुर बाबा काफी चर्चा में है। वहीं अब दिल्ली में भी अवैध धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। दिल्ली के इस गिरोह में मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान और उसका पूरा परिवार शामिल है। पुलिस ने अवैध धर्मांतरण के मामले में अब्दुल रहमान के दो बेटों अब्दुल्ला और अब्दुल रहीम के साथ बहुओं को गिरफ्तार किया है। हालांकि उसकी पत्नी मौके से फरार हो गई।

जानकारी के अनुसार, ये गिरोह महिलाओं को फंसाकर उनसे जबरन धर्मांतरण कराता था। इसके बाद उनके खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार किए जाते थे। पुलिस ने इस मामले में अंतरराज्यीय और सुनियोजित नेटवर्क के एंगल से जांच शुरू कर दी है।

बता दें कि पुलिस ने एक दलित महिला के जबरन निकाह के मामले में जुनैद नाम के युवक को गिरफ्तार किया था, जो इसी गिरोह का सदस्य था। पूछताछ के बाद उसने इस मामले में अब्दुल के बेटों और बहुओं का हाथ बताया। पुलिस ने जब अब्दुल के घर पर चापा मारा, तो आरोपियों के पास से संदिग्ध धार्मिक साहित्य, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज और कुछ फर्जी दस्तावेज मिले। इन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज में अब्दुल रहमान की पत्नी का एक वीडियो भी मिला, जिसमें वो धर्मांतरण के लिए लड़कियां लाने के लिए कह रही थी।

पुलिस जब अब्दुल के घर पहुंची, तो उसकी पत्नी घर से फरार थी। आरोपी महिला को पकड़ने के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। पुलिस ने अब्दुल के मोबाइल फोन डेटा को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। पुलिस अवैध धर्मांतरण गिरोह के फंडिंग नेटवर्क और अन्य कनेक्शन का पता लगाने में जुटी हुई है। प्राथमिकी जांच में संकेत मिले हैं कि इस गिरोह का जाल कई राज्यों में फैला हो सकता है।

इस गिरोह का मकसद दलित और कमजोर वर्ग की लड़कियों को निशाना बनाने का है। महिलाओं को प्रेमजाल में फंसाकर धर्मांतरण कराया जाता था। इसके बाद उनसे निकाह कर फर्जी पहचान पत्र समेत अन्य दस्तावेज तैयार किए जाते थे। पुलिस को शक है कि इस नेटवर्क में और भी लोग जुड़े हुए हैं। उन लोगों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।


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