दंतेवाड़ा (DNH):- दंतेवाड़ा पुलिस के सामने गुरुवार को 8 लाख रुपए के इनामी नक्सली प्रदीप उर्फ भीमा कुंजाम ने सरेंडर किया है। प्रदीप प्लाटून नम्बर 24 का डिप्टी कमांडर था। ये इलाके में छोटा प्रदीप के नाम से जाना जाता है। सरेंडर के बाद इसने दंतेवाड़ा पुलिस के सामने एक बड़ा खुलासा किया है। उन्हाेंने नक्शा बनाकर बताया कि बुरगुम, पोटाली में भारी मात्रा में आईईडी लगाकर नक्सली हमले की तैयारी कर रहे हैं। पुलिस ने पहले तो नक्शा बनाकर रणनीति को समझा, फिर सरेंडर नक्सली को अपने साथ पोटाली इलाके लेकर गई व हर एक जगह को बारीकी से देखा। सड़क से लेकर जंगल तक झाड़ियों के बीच पुलिस पार्टी व कट ऑफ पार्टी को किस तरह से क्षति पहुंचाना है, इसकी तैयारी की गई थी। इसके अलावा भी सरेंडर नक्सली ने कई सारे खुलासे किए हैं। यह बड़े नक्सलियों के लिए रेडियो, वायरलेस सेट खोलना, जोड़ना, रिपेयरिंग, मोबाइल मैसेजिंग व इंटरसेप्शन डिकार्डिंग की भी ट्रेनिंग ले चुका है। एसएलआर रायफल अपने साथ रखता था। एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि प्रदीप के सरेंडर के बाद कई सारी सूचनाएं हाथ लगी हैं। अभी और भी नक्सलियों को सरेंडर कराया जाएगा।
इन घटनाओं में शामिल था 8 लाख का इनामी , संगठन में शामिल होने के बाद प्रदीप 2011 को किरंदुल में विस्फोट, 2012 को माडेंदा नाला के पास एंटी लैंड माइंस व्हीकल को उड़ाने, सीआईएसएफ की वाहन को उड़ाने, बुर्कापाल हमला जैसी कई घटनाओं में शामिल रहा है। गणेश उइके, चैतू जैसे नक्सलियों के साथ काम कर चुका है। नंदकुमार ने बनाया था गाड़ी को उड़ाने का नक्शा , करीब 5 महीने पहले इस इलाके से छोटा देवा की गिरफ्तारी हुई थी। इसके पास से पुलिस को नक्शा बरामद हुआ था, जिसमें कलेक्टर व एसपी की गाड़ी को पोटाली इलाके में आने पर उड़ाने की तैयारी थी। प्रदीप ने बताया कि यह प्लानिंग जनमिलिशिया कमांडर नंदकुमार ने की थी व नक्शा उसी ने बनाया था।लगातार कैंप खुलने से नक्सली घबरा चुके हैं , पोटाली में कैम्प खुलने के बाद नक्सली इलाका छोड़ने पर मजबूर हैं। प्रदीप ने बताया कि नक्सल इलाके में खुल रहे कैम्पों से नक्सली घबरा चुके हैं। गुंडाधुर, आयतू जैसे बड़े नक्सल लीडर के मारे जाने के बाद नक्सली बहुत दबाव में हैं। इनामी नक्सली मरने से बड़ी क्षति हो रही है।