मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय में हो लोगों की समस्या का निराकरण शीघ्रता से करे विधायक व महापौर ने अधिकारियों को दिए निर्देश।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सभी निकायों में मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय खोले जाने का निर्णय लिया था।
दुर्ग/ नगर निगम द्वारा भी अलग अलग क्षेत्रों में वार्ड कार्यालयों का स्थान सुनिश्चित कर काम शुरू किया गया किन्तु व्यापक प्रचार प्रसार नहीं होने की वजह से धीरे धीरे बंदी जैसी स्थिति आ गई है।
ज्यादातर वार्ड कार्यालय निर्धारित दिनों में खोले नही जा रहे हैं व जनता को अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए नगर निगम के मुख्य कार्यालय का चक्कर काटना पड़ रहा है।
इस विषय को विधायक एवं महापौर ने गंभीरता से लिया है। विधायक अरुण वोरा ने आयुक्त से चर्चा कर कहा कि लोगों की मूलभूत समस्याओं का घर के नजदीक समाधान करने के उद्देश्य से जनदर्शन को व्यापक स्वरूप देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वार्ड कार्यालयों की संकल्पना को प्रारंभ किया था।
प्रत्येक स्थानों पर तय दिनों एवं समय पर कार्यालयों का खुलना व अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित किया जाए ।
उन्होंने लोगों से भी अपील करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए राशन, पेयजल, साफ सफाई बिजली, सड़क, नाली जैसी समस्याओं व शिकायतों के लिए दूर चल कर भीड़ भाड़ वाले निगम दफ्तर आने की जगह मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय में अपनी शिकायत दर्ज कराएं।
वोरा दो दिनों की वर्षा से प्रभावित निचली बस्तियों के भी दौरे पर पहुंचे व अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जल भराव की शिकायत पर निगम अमला तत्काल मौके पर पहुंच के लोगों को राहत पहुंचाए एवं माह में कम से कम एक बार संबंधित वार्ड के अधिकारी वार्ड पार्षदों के साथ बैठक करें व जनता की समस्याओं का निदान करें।