जगदलपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने जगदलपुर प्रवास के दौरान आज मंगलवार शाम दलपत सागर के सामने नव निर्मित ’सेहत बाजार’ मिलेट्स कैफे का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उप मुख्यमंत्री श्री टी.एस. सिंहेदव सहित रागी पुड़ी, रागी दोसा, रागी ब्राउनी, रागी इडली एवं कोदो खीर का आनंद लिया। मुख्यमंत्री ने कैफे संचालक महिलाओं से चर्चा कर उन्हें शुभकामनाएं भी प्रदान की। मुख्यमंत्री ने मिलेट्स से बने उत्पादों की सराहना भी की।
सेहत बाजार का संचालन मॉम्स फूड संस्था जगदलपुर द्वारा किया जा रहा है। इस कैफे में जरूरतमंद महिलाएं जो पूर्व में टिफिन बनाने का कार्य किया जाता था उनके द्वारा संचालन किया जाएगा। ऐतिहासिक दलपत सागर के सामने पर्यटकों की सुविधा एवं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दंतेश्वरी मंदिर समिति द्वारा दुकान संचालन हेतु प्रदान किया गया है। इस कैफे में रागी चीला, रागी दोसा, रागी इडली, रागी उपमा, रागी पकोड़ा, रागी पूरी, रागी खिचड़ी, महुआ चाय, काढ़ा चाय इत्यादि पौष्टिक खाद्य सामाग्री की सुविधा उपलब्ध होगी। लोगों के लिए जिसमें स्वाद और पौष्टिकता से भरपूर व्यजंनों की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में आदिवासी इलाकों में मोटे अनाज जैसे रागी, कोदो, कुटकी का पहले से ही प्रयोग किया जाता रहा है। यह स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत फायदेमंद है, इसलिए अब दूसरे इलाकों में भी इन अनाज का काफी इस्तेमाल किया जा रहा हैै। इन मिलेट्स में पोषक तत्वों भी होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभप्रद होते है। विशेषज्ञों के अनुसार कोदो, कुटकी और रागी को प्रोटीन एवं विटामिन युक्त अनाज माना गया है। इसके सेवन से शुगर, बीपी जैसे रोग में लाभ मिलता है। सरगुजा और बस्तर के आदिवासी संस्कृति एवं खानपान में कोदो, कुटकी, रागी जैसे फसलों का महत्वपूर्ण स्थान है। मोटे अनाजों में कुटकी में आयरन एन्टीऑक्सीडेन्ट गुण होते हैं। यह एनीमिया रोगी के लिए भी लाभदायक होता है तथा इसके सेवन से माटापा नहीं होता। इसी प्रकार मोटे अनाज कोदो की विशेषता है कि यह पेट की नमी बनाये रखता है। इससे ब्लड सरकुलेशन बेहतर होता है तथा इसके सेवन से कैंसर की संभावना कम हो जाती है। रागी कैल्सियम और आयरन से भरपुर होता है। यह मधुमेह एवं एनीमिया रोगी के लिए लाभकारी होता है। इस प्रकार मोटे अनाजों में अनेक लाभकारी गुण पाए जाते हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मिलेट मिशन शुरू किया गया है। जिसके कारण अब छत्तीसगढ़ देश का मिलेट हब बनता जा रहा है। यहां राज्य सरकार द्वारा मिलेट की खेती को प्रोत्साहन देने के फलस्वरूप किसानों का रूझान कोदो, कुटकी और रागी की खेती की ओर तेजी से बढ़ रहा है। राज्य में मिलेट्स उत्पादन को बढ़ावा देने इसे राजीव गांधी किसान न्याय योजना में भी शामिल किया गया है। जिसके अंतर्गत मिलेट्स उत्पादक कृषकों को प्रोत्साहन के लिए प्रति एकड़ की दर से 09 हजार रूपए की आदान सहायता भी दी जा रही है। छत्तीसगढ़ देश का इकलौता राज्य है, जहां कोदो, कुटकी और रागी की समर्थन मूल्य पर खरीदी के साथ-साथ इसके वैल्यू एडिशन का काम भी किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा कोदो-कुटकी की समर्थन मूल्य पर 03 हजार प्रति क्विंटल तथा रागी की खरीदी 3 हजार 377 रूपए प्रति क्विंटल तय की गई है। इसका परिणाम है कि अब जो मिलेट का रकबा 69 हजार हेक्टेयर था वह बढ़कर 1 लाख 60 हजार हेक्टेयर से अधिक हो गई है, जिससे किसानों की आय में भी वृद्धि हुई है।
मिलेट्स उत्पादन को बढ़ावा देने मिल चुका है राष्ट्रीय अवार्ड
ज्ञात हो कि राज्य में मिलेट की खेती को प्रोत्साहन, किसानों को प्रशिक्षण, उच्च क्वालिटी के बीज की उपलब्धता तथा उत्पादकता में वृद्धि के लिए मिलेट मिशन अंतर्गत 14 जिलों हेतु आईआईएमआर हैदराबाद के साथ छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के प्रयास से त्रिपक्षीय एमओयू भी किया गया है ताकि मिलेट की उत्पादकता को दोगुना किया जा सके। मिलेट्स की खेती को बढ़ावा देने के कारण छत्तीसगढ़ राज्य को राष्ट्रीय स्तर का पोषक अनाज अवार्ड 2022 सम्मान प्राप्त हो चुका है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट क्रॉप वर्ष घोषित किया है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मिलेट्स से बने व्यंजनो को लोगों की थाली तक पहुँचाने के उद्देश्य से राज्य के सभी जिलों में मिलेट्स कैफे खोले जा रहे हंै। इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, अध्यक्ष क्रेड़ा मिथलेश स्वर्णकार, इंद्रावती बेसिन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजीव शर्मा, महापौर नगर निगम श्रीमती सफीरा साहू, कलेक्टर श्री विजय दयाराम के., वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री जितेंद्र मीणा, जिला पंचायत सीईओ प्रकाश सर्वे सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।