नगपुरा/दुर्ग। श्री उवसग्गहरं पार्श्व तीर्थ नगपुरा में 12 सितम्बर से पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व की आराधना प्रारम्भ हो रहा है। तीर्थ में चातुर्मासार्थ विराजित प पू साध्वी श्री मुक्तिप्रिया श्री जी म.सा. आदि ठाणा 12 की निश्रा में पर्युषण पर्व आराधना करने के लिए जालोर, अहमदाबाद, मुम्बई, बेगलोर आदि स्थानो से गुरुभक्तो का तीर्थ आगमन हुआ है। पूज्य साध्वी जी महाराज के मार्गदर्शन में 12 से 19 सितम्बर तक विविध महापूजन/जप-तप अनुष्ठान /प्रवचन का आयोजन होगा। प्रारम्भिक तीन दिन अष्टान्हिका प्रवचन में श्रावक जीवन के कर्तव्यों/व्रतों का विवरण प्रवचन में बताया जावेगा। आठ दिनों तक प्रात 6 बजे सामूहिक प्रभू दर्शन चैत्यवंदन, भक्तामर स्तव-बाँजित्र सह वासक्षेप पूजा, प्रातः7 वजे से तीर्थपति का पक्षाल (अभिषेक), प्रात: 1.50 बजे से प्रवचन का कार्यक्रम रहेगा। तीर्थ के अध्यक्ष गजराज पगारिया ने बतलाया कि-पर्युषण महापर्व का जैन धर्म में विशिष्ट महत्त्व है। चातुर्मास दरिम्यान भाद्र बदी 12 से भाद्र सुदी 4 तक सम्पूर्ण जैन समाज में, उत्साह का वातावरण रहता है। इन दिनों गुरु भगवंतो द्वारा मानव जीवन के आत्म कल्याणार्थ विविध प्रवचन, श्री कल्पसूत्र का वांचन किया जाता है! संवत्सरी प्रतिक्रमण द्वारा आत्म शुद्धि किया जाता हैं। जैन समाज का एक महान पर्व है पर्युषण, जो प्रतिवर्ष सारी दुनिया में मनाया जाता है। चाहे श्वेताम्बर जैन हो या दिगम्बर। जैन धर्म के सभी पंथों एवं शाखाओं के सदस्यों द्वारा इस उत्सव को आत्मशुद्धि तथा क्षमा जैसे विशिष्ट कार्यों हेतु मनाना जैन धर्म का एक आवश्यक है ! पर्युषण पर्व आत्मशुद्धि का पर्व है। यह व्यक्ति की शुद्धि और जीवन शुद्धि का पर्व हैं इस पर्व पर हम अपनी गलतियों पर सोचने और उन्हें सुधारने का प्रयास करते हैं। जिससे साल भर हम जहां जहां भी गिरे, वहां संभलें और उन संकल्प के साथ सुकृत्य का दीप जलाएं। आत्मा से आत्मा की संधि ही पर्युषण की मौलिकता है। गलतियों के लिए क्षमा प्रार्थना करते हुए प्रेम और मैत्री को, सदाचार और सद् विचार को हम गले लगा सकें, इसीलिए तो पर्युषण पर्व है। प्रति वर्ष होने वाला पर्युषण महापर्व एक आध्यात्मिक शिविर है।
श्री उवसग्गहरं पार्श्व तीर्थ नगपुरा में 12 सितम्बर से पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व..
Previous Articleमुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नगरी-सिहावा के मुकुंदपुर में राम वन गमन पर्यटन परिपथ के निर्माण कार्यों का किया लोकार्पण
Next Article छत्तीसगढ़ सम्भाग आयुक्त श्री पाठक ने कार्यभार संभाला