रायपुर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर में आमसभा के बाद असम के लिए रवाना हो चुके हैं, लेकिन नई दिल्ली से जो विश्वसनीय सूत्र बता रहे हैं कि छत्तीसगढ़ के मामले को लेकर बैठकों का दौर चल रहा है जो की गंभीर मोड़ ले सकता है।
वायरल प्रत्याशियों की सूची पर गंभीर नाराजगी
छत्तीसगढ़ में 69 भाजपा प्रत्याशियों नाम पर केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में निर्णय लिया जा चुका है, इस बैठक में छत्तीसगढ़ से पांच वरिष्ठतम नेतागण भी उस बैठक में उपस्थित थे? बैठक समाप्त होने के बाद छत्तीसगढ़ के भाजपा नेता चार्टर प्लेन से नई दिल्ली से सीधा जगदलपुर पहुंचे, लेकिन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सभी महत्वपूर्ण पोर्टल और न्यूज़ चैनल में वायरल होती सूची और 3 अक्टूबर को समाचार पत्रों में जो वायरल सूची प्रकाशित हुई, उसको लेकर भाजपा का केंद्रीय संगठन काफी नाराज बताए जा रहा है।
ओपी माथुर आमसभा में नहीं थे
इसी नाराजगी का कारण, बताया जा रहा है कि प्रदेश प्रभारी ओम प्रकाश माथुर नई दिल्ली से जगदलपुर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में नहीं पहुंचे और नई दिल्ली में जो विश्वसनीय सूत्र बता रहे हैं प्रदेश प्रभारी ओमप्रकाश माथुर की दो दौर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से वायरल सूची के नाम को लेकर बैठक हो चुकी है।
सूची में फेरबदल की संभावना
अब यह वायरल सूची की सत्यता क्या है यह तो पार्टी के अधिकृत सूची जारी होने के बाद ही पता चल पाएगा, लेकिन सूची में फेरबदल होने की पूर्ण संभावना बताई जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि मीडिया में यह सूची जिसे वायरल करवाई गई है उसके पीछे कौन-कौन नेता है।
रोक दी जायेगी सूची
विश्वसनीय सूत्र यह भी बता रहे हैं कि छत्तीसगढ़ की सूची कुछ दिनों के लिए रोकी जा सकती है या फिर निर्णय लिए गए नाम पर पुनर्विचार किया जा सकता है अब सही क्या है यह तो अधिकृत सूची जारी होने के बाद ही पता चलेगा।
लेकिन नई दिल्ली छत्तीसगढ़ को लेकर काफी बेचैन है कि ऐसे कौन लोग हैं जो पार्टी की बैठक की बात बाहर मीडिया में लीक कर रहे हैं ऐसे चेहरों की पहचान की जा रही है।
डा. रमन सिंह की उपेक्षा
जगदलपुर में पीएम की आमसभा चर्चा का विषय रहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह का भाषण के लिए नाम होने के बाद भी वह नाम विलोपित क्यों हुआ? इतना ही नहीं मंच में प्रधानमंत्री की नजदीक में भी उन्हें स्थान नहीं दिया गया। जगदलपुर से होते हुए यह चर्चा रायपुर में मीडिया और भाजपा कार्यालय में चर्चा का विषय बन चुका है, लोगों का यह कहना है कि जो केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद भाजपा की जो प्रत्याशियों की सूची वायरल हुई, उसकी भी नाराजगी बताई जा रही है अभी यह कितना सच है यह तो आने वाले समय में ही पता चलेगा।