राजस्थान को नया मुख्यमंत्री मिल गया है. बीजेपी ने सभी को सरप्राइज करते हुए भजनलाल शर्मा को राज्य की कमान दी है. इस नाम की घोषणा के लिए जयपुर में बीजेपी दफ्तर में विधायक दल की बैठक हुई. बैठक में पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह के साथ वसुंधरा राजे और अन्य वरिष्ठ नेता मंच पर मौजूद थे.
इस बैठक के लिए राजनाथ सिंह, बीजेपी के बाकी केंद्रीय पर्यवेक्षक और वसुंधरा राजे एक साथ पहुंचे. तब वसुंधरा के बाएं हाथ में मोबाइल के साथ एक पर्ची भी थी.
कुर्सी पर बैठने के बाद वसुंधरा ने राजनाथ सिंह से कुछ पूछा. राजनाथ सिंह के हावभाव से लगा कि उन्होंने हामी भरी है. इसके बाद वसुंधरा राजे ने पर्ची खोली और इसी के साथ उनके चेहरे की रंगत बदल गई. इसी पर्ची में भजनलाल का नाम लिखा था. दरअसल, वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे मानी जा रही थीं.
वसुंधरा ने दिखाई ताकत
इसके लिए 3 दिसंबर को नतीजे आने के बाद से ही वसुंधरा राजे ने अपनी ताकत दिखाने की पूरी कोशिश की. चार और पांच दिसंबर को उन्होंने जयपुर में अपने करीबी विधायकों के साथ बैठक की. इसके बाद दिल्ली पहुंचीं. यहां उनकी मुलाकात बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से हुई.
दिल्ली से लौटने के बाद भी जयपुर में वसुंधरा राजे ने विधायकों से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने वसुंधरा राजे के सामने स्पीकर बनाने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया.
विपक्ष का तंज
वसुंधरा राजे के रिएक्शन को लेकर ही विपक्षी दलों ने तंज किया है. यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ”अक्कड़ बक्कड़ बंबे बो…’. वहीं वकील और कांग्रेस के नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि पूर्व सीएम के लिए शॉक लगा मॉमेंट.
इसके बाद वसुंधरा राजे ने भजनलाल के नाम का प्रस्ताव. दरअसल बीजेपी में ये परंपरा देखी गई है कि अगर किसी कद्दावर की जगह किसी नए नेता को मुख्यमंत्री बनाना होता है तो उसके नाम का प्रस्ताव उसी नेता से रखवाती है. छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय के नाम का प्रस्ताव रमन सिंह ने रखा और मध्य प्रदेश में मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव शिवराज सिंह चौहान ने रखा.