रायपुर मेयर एजाज ढेबर पर आंदोलन के दौरान पुलिस से मारपीट और बदसूलकी मामले में FIR हुई है। इसके बाद शनिवार को एजाज ढेबर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि, भाजपा के वीडियो जारी करने के बाद पुलिस अपने आकाओं को खुश करने के लिए ऐसा कर रही है।
24 जुलाई को हुए कांग्रेस के आंदोलन को लेकर एजाज ढेबर, आशीष द्विवेदी समेत कई कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज किया गया है। आरोप है कि, बिना अनुमति विधानसभा घेराव के लिए रास्ता बाधित किया गया। साथ ही पुलिस से गाली-गलौच और मारपीट की गई। सरकारी काम में बाध डालने पर थाना सिविल लाइन में FIR हुई है।
ठांय-ठांय गोलियां चल रही हैं- एजाज ढेबर
महापौर ने कहा कि, रायपुर अब चाकूपुर बन गया है। अब छत्तीसगढ़ में सांय-सांय की सरकार अब ठांय-ठांय की सरकार बन गई है। यहां गोलियां चल रही हैं, क्राइम बढ़ रहा है, जो अपराध कर रहे हैं, उनको पकड़ो। बीजेपी IT सेल से वीडियो जारी होने के बाद पुलिस मुझ पर कार्रवाई कर रही है। राजनीतिक द्वेष के चलते मुझ पर FIR हुई, ऐसे गंभीर आरोप आज तक मुझ पर नहीं लगे थे।
चोट मुझे लगी और केस भी मुझ पर- ढेबर
ढेबर ने आगे कहा कि, मुझे सांस लेने में तकलीफ हो रही है, जिस पुलिस वाले ने मुझे मारा, क्या उनके ऊपर रायपुर के IG और रायपुर के एसपी FIR करेंगे। मेरी भी हड्डियां तोड़ी गई। मैं जिला अस्पताल में डेढ़ दिन भर्ती था। मेरी पसली में चोट आई और मेरे ही खिलाफ FIR दर्ज की गई।
बीजेपी ने उठाए थे सवाल
महापौर एजाज ढेबर का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इसमें मेयर और एक पुलिसकर्मी के बीच जमकर झड़प हो रही है। बीजेपी ने भी अपने सोशल मीडिया पर इस वीडियो को पोस्ट कर इसे कांग्रेस का असली चला चेहरा और चरित्र बताया है।
वीडियो में दिख रहा है कि, एजाज ढेबर को उनके सहयोगी उठाकर आगे ले जा रहे हैं। इस पर एक पुलिसकर्मी उन्हें हाथों से रोकता है। इसके बाद ढेबर उस पुलिसकर्मी का हाथ पीछे धकेलते हुए उसे गुस्से में कुछ कहते नजर आ रहे हैं। इस दौरान पुलिसकर्मी और ढेबर में झूमाझटकी भी होती है।
प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा कि, यह बड़े दुख की बात है कि रायपुर शहर के महापौर एजाज ढेबर पुलिस कर्मियों के साथ धक्का मुक्की कर रहे थे। उसके बाद भी फोटो में दिखने, नाम चढ़ाने के लिए कहीं हाथ में चोट आने तो कहीं पेट दर्द की नौटंकी करते दिखे। जनता से निर्वाचित नेता कानून व्यवस्था को ऐसी नौटंकी करने के लिए अगर अपने हाथ में लेंगे, तो जनता के बीच क्या संदेश जाएगा।