दुर्ग। फोटो में दिख रहा पुलिया पदमनाभपुर में बनाया गया है। यह पुलिया सरकारी निर्माण की हकीकत बयां करता है। लाखो रूपये खर्च कर बनाया गया यह पुलिया शासन के लोक निर्माण विभाग की भी पोल खोलता है, जो छोटे-छोटे निर्माण को भी भ्रष्टाचार की बलि चढ़ा देते हैं यूं तो यह पुल निर्माण के दृष्टि से महत्वपूर्ण है । पदमनाभपुर को मुख्य मार्ग से भली भांति जोड़ सके, इसलिए इस पुलिया का निर्माण किया गया। पहले पुलिया की चौड़ाई छोटी थी जिसे आवागमन में सुविधा बढ़े, इस दृष्टि से चौड़ा किया गया। पदमनाभपुर के संतोषी मंदिर के सामने स्थित इस पुलिया को बनाने के लिए कई पेड़ भी काटे गए । किसी तरह पुलिया तो बना दिया गया, मगर उससे गुजरा दुश्वार भी बना दिया गया। पुल का निर्माण ऐसा ऊबड़ खाबड़ किया गया है कि कोई चार पहिया अथवा दो पहिया वाहन उससे गुजर नहीं सकता।
जब गड़बड़ी उजागर हुई तब विभाग ने आनंन–फानंद में नवनिर्मित पुलिया के ऊपर फिर से प्लास्टर कर दिया। इसके बावजूद यह पुलिया अभी भी उपयोग अनुकूल नहीं हुई है। मालूम हो की पद्मनापुर क्षेत्र को पुलगांव रोड से जाने वाला मार्ग महत्वपूर्ण मार्ग है। इस मार्ग से पदमनाभपुर की सीधी संपर्क है। पदमनाभपुर क्षेत्र के हजारों नागरिक इन मार्गों से गुजरते हैं । यातायात में बढ़ोतरी की दृष्टि से पुलिया की चौड़ाई बढ़ाई गई है, मगर इस तरह बढ़ाई गई कि पुलिया पार करना ही मुश्किल कर दिया गया। ऐसे में लोग भौचक हैं कि लाखों करोड़ रुपए खर्च कर सरकार इस तरह का निर्माण करेगी तो शहर का विकास भला कैसे होगा।