रायपुर: नियमों की धज्जियां उड़ीं…रायपुर जिले के अंतर्गत आने वाले वीआईपी रोड स्थिति कैफे कोपायको यश खत्री कंपनी दारा टेक्नो पार्टी का आयोजित किया गया था। रात के 1:00 बजे तक पार्टी अयोजित किया जा रहा था बिना किसी डर के। रायपुर राजधानी में अवैध तरीके से टेक्नो पार्टी चलाया जा रहा रहा है जो रायपुर शहर में लेट नाईट टेक्नो पार्टी के नाम पर नशे का सामना बेचा जा रहा था। नशे के सभी चीजे टेक्नो पार्टी में बेचने के लिए टेक्नो कार्यक्रम अयोजत किया गया था। जिला आबकारी विभाग से 1 दिन का लाइसेंस लिया जाता है जिसका नियम 11 बजे तक रहता है अबकारी विभाग से शादी के नाम से लाइसेंस लिया गया था। एक दिन का वहा पर टेक्नो पार्टी का कार्यक्रम अयोजत किया गया था।
क्लब में आधी रात नशे में झूमते मिले युवक-युवतियां
तेलीबांधा पुलिस ने रविवार आधी रात सेरीखेड़ी इलाके में स्थित बार क्लब कोपायको में दबिश दी। जहां आधी रात बाद पार्टी चल रही थी । इसे आफ्टर पार्टी कहा जाता है जो तडक़े 4बजे तक चलती हैं और उसमें शराब समेत नशे के अन्य वस्तुएँ परोसी जाती है। इसी सूचना पर पुलिस ने रात डेढ़ से दो बजे के बीच दबिश दी। इस दौरान वहां बड़ी संख्या में युवक युवतियां हाथों में प्याले लिए डीजे सी धुन पर जमकर डांस कर रहे थे । उस वक्त क्लब में दो सौ से अधिक युवक युवतियां मौजूद रहीं। जो 25- 35,40 वर्ष के बताए गए हैं । और इनके हाथों में चोरी छिपे बोतलें पहुंच रहीं थीं। पुलिस ने डीजे के साउंड सिस्टम, शराब की बोतलों के साथ नशे की अन्य वस्तुएं जब्त कर क्लब पर मात्र कोलाहल अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया। और क्लब के मैनेजर को पकड़ लाई। क्लब के मालिक या भवन मालिक के संबंध में पूछने पर पुलिस ने पड़ताल करने की बात कही है।
राजधानी के क्लब, पब- रेस्टोरेंट में एक बार फिर से देर रात और आधी रात बाद तक वाइन-डाइन-डांस का सुरुर देखा जा रहा है। करीब छ माह पूर्व वीआईपी रोड पर ऐसे ही क्लब से निकल युवक युवतियों के दो गुटों में हुए शूट आउट के बाद कुछ सख्ती बरती गई थी। सभी पब,होटल क्लब के संचालकों को 12बजे को बाद वाइन सर्व करने पर लाइसेंस निरस्त करने की चेतावनी दी गई थी। लेकिन अब तक एक पर भी कार्रवाई नहीं की जा सकी है। यहां तक की उस घटना के बाद गृहमंत्री,कलेक्टर एसएसपी तक ने आबकारी,पुलिस अमले को सख्ती बरतने के निर्देश दिए थे। लेकिन एक बार फिर देर रात तक बिना लाइसेंस या पुराने लायसेंस पर पब और वुड आईलैंड जैसे रेस्टोरेंट में भी परोसी जा रही है। वह भी बाहर की शराब। चूंकि अभी प्रदेश में विदेशी शराब सप्लाई के लिए टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। इसलिए इन क्लब, रेस्टोरेंट के संचालक चोरी छिपे मंगवाकर परोस रहे हैं। जो महंगे ब्रांड की थी। इनमें युवकों के साथ साथ युवतियां भी कंधे से कंधा मिलाकर प्याला टकराती हैं। किसी के क्लब में जाने, शराब पीने से कोई एतराज नहीं है, एतराज इस बात पर है कि शराब के नशे में कभी ये आपस में ही उलझ जाते हैं या फिर किसी अन्य राहगीर पर जान लेवा हमला करने से नहीं चूकते। यहां तक कि नशे में ओवर स्पीड ड्राइविंग से किसी बेगुनाह कि जान पर बन आती है। और इसके लिए जिम्मेदार देर रात तक खुले रहने वाले ये क्लब,रेस्टोरेंट संचालक ही होते हैं। बार बार के सरकारी हिदायतों को धता बताकर ये क्लब आधी रात बाद तक गुलज़ार रहते हैं। और जिम्मेदार विभाग भी अनदेखी करते हैं।