कई तरह की जद्दोजहद और विवादों के बाद चैंबर चुनाव में व्यापारी एकता पैनल ने अध्यक्ष पद के लिए योगेश अग्रवाल का नाम तय कर दिया है। व्यापारी एकता पैनल को सबसे मजबूत माना जाता है इस वजह से अध्यक्ष के लिए 11 दिग्गज व्यापारी नेताओं ने आवेदन किया था। पंच समिति ने सभी को दरकिनार कर योगेश के नाम पर मुहर लगायी। योगेश की उम्मीदवारी तय होने के बाद एकता पैनल के ही राजेंद्र जग्गी ने प्रमोद जैन के साथ बगावत कर दी है।
उन्होंने नया पैनल बनाकर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। जय व्यापार पैनल से अमर पारवानी पहले ही अध्यक्ष पद के लिए चुनाव मैदान में उतर चुके हैं। दो बार अलग पैनल बनाकर चुनाव लड़ चुके यूएन अग्रवाल फिर 10 नवंबर को नई पंच समिति बनाकर चुनाव लड़ने वालों से आवेदन मंगवाएंगे। चैंबर अध्यक्ष पद के लिए पिछली बार चुनाव लड़ चुके अमर गिदवानी प्रगति पैनल से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
इतने उम्मीदवारों के मैदान में उतरने से अब ये तय हो गया है कि इस बार भी चैंबर का नया अध्यक्ष चुनाव से ही तय किया जाएगा। नया अध्यक्ष चुनने 17 हजार से ज्यादा चैंबर सदस्य अलग-अलग जिलों में मतदान करेंगे। योगेश को कड़ी टक्कर फिलहाल पूर्व चैंबर और कैट के प्रदेशाध्यक्ष अमर पारवानी दे रहे हैं।
वे पिछले महीने से ही प्रचार मैदान में कूद चुके हैं। योगेश भाजपा के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के छोटे भाई हैं। एकता पैनल की कमान भाजपा के जिलाध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी के पास पहले से ही है। ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि उनके प्रचार-प्रसार में भाजपा के लोग भी शामिल होंगे।