मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान कुपोषित बच्चों के लिए वरदान साबित हुआ
बेमेतरा (समय दर्शन) -एकीकृत बाल विकास परियोजना बेमेतरा अंतर्गत सेक्टर-बेमेतरा शहरी में 10 फरवरी 2020 से मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का शुभांरभ किया गया। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत बेमेतरा शहरी परिक्षेत्र के कुल 10 आंगनबाड़ी केन्द्रों को चिन्हांकित किया गया।
चिन्हांकित आंगनबाड़ी केन्द्रों के 6 माह से 3 वर्ष के मध्यम एवं अतिकुपोषित बच्चों एवं धात्री माताओं को लक्षित हितग्राहियों के रूप में चयनित किया गया। चयनित हितग्राहियों को प्रतिदिन केन्द्रों पौष्टिक खिचड़ी दिया जाना प्रारंभ किया गया। पौष्टिक खिचड़ी प्रदाय के साथ-साथ बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण पर विशेष ध्यान दिया गया।
समय-समय पर उन्हें स्वास्थ्य लाभ दिलाया गया।
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियांन अतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्र वार्ड क्रमांक 10 के कुल 17 मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चे एवं 14 धात्री माताएं चिन्हांकित थे 2 बालिकाएं पूनम श्रीवास एवं यामिनी साहू यह दोनो बालिकाएं भी लक्षित हितग्राहियों के रूप में चयनित थी।
माह फरवरी 2020 में पौष्टिक खिचड़ी के लाभांवित हो रही थी। कु. पूनम का जन्मतिथि 24 अक्टूबर 2018 और वजन 7.500 किलो ग्रा. श्रेणी मध्यम था एवं कु. यामनी का जन्मतिथि 02 अगस्त 2017 और वजन 9.600 किलो ग्रा. श्रेणी मध्यम था दोनो बच्चे बाकी सभी बच्चों के साथ प्रतिदिन पौष्टिक खिचड़ी खाने आते थे।
वर्तमान समय मे कोविड़ 19 वैश्विक महामारी होने के कारण बच्चों को केन्द्रों में पौष्टिक आहार दिया जाना संभव नही था, इसलिए उच्च कार्यालय के निर्देशानुसार माह अप्रैल 2020 से मुख्यमंत्री सुपोषण अंतर्गत चिन्हाकित हितग्राहियों को पौष्टिक खिचड़ी के लिए घर पहुंच कर सूखा राशन (पौष्टिक खिचड़ी हेतु) देने लगे और साथ ही साथ पालकों को यह भी जानकारी दी गई की शासन द्वारा कोविड़ 19 से बचाव हेतु समय-समय पर जारी दिशा निर्देशो का स्वयं भी पालन करें और अपने बच्चों का विशेष ध्यान रखें।
बच्चों को घर पर उपलब्ध खाद्य संशाधन देवे और उनका पोषण स्तर बनाये रखे।
प्रतिदिन पौष्टिक खिचड़ी, सतत् निगरानी एवं नियमित गृह भ्रमण से आशातित सफलता मिली माह मई 2020 में पूनम का वजन 8.600 ग्राम हो गया और वह सामान्य श्रेणी में आ गयी। माह जून 2020 में यामनी का वजन 10.500 ग्राम हो गया और वह भी सामान्य श्रेणी में आ गयी।
प्रतिदिन पौष्टिक खिचड़ी, सतत् निगरानी एवं नियमित गृह भ्रमण से आशातित सफलता मिली माह मई 2020 में पूनम का वजन 8.600 ग्राम हो गया और वह सामान्य श्रेणी में आ गयी। माह जून 2020 में यामनी का वजन 10.500 ग्राम हो गया और वह भी सामान्य श्रेणी में आ गयी।
बच्चों के पोषण स्तर मे सुधार के लिए नियमित गृह भ्रमण के माध्यम से पालको से चर्चा किया गया। घर में उपलब्ध खाद्य पदार्थो से ही कैसे पौष्टिकता प्राप्त किया जा सकता है। इस विषय पर ए.एन.एम. के साथ संयुक्त भ्रमण में जानकारी दी गई। टिकाकरण दिवस में पोषण परामर्श के माध्यम से भी पालको को जानकारियाॅं दी गई। इस तरह मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान कुपोषित बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा है।