रायपुर। शहर में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। पुलिस अपराधियों पर अंकुश नहीं लगा पा रही है। राजधानी के अलग- अलग थानों में एक सप्ताह के भीतर लूट की चार वारदातें हुई हैं। पुलिस अभी तक एक भी मामले को सुलझा नहीं पाई है। अज्ञात लूटरों ने महिला बाल विकास में कार्यरत महिला कर्मचारी से लूट, रविवार की रात हाइवा चालक से लूट तो वहीं सोमवार की शाम छह बजे रावाभाठा में दुकान संचालक लूट का शिकार हो गया है। दुकान संचालक दुकान के बाहर गया था कि अज्ञात लूटरों ने उसका मोबाइल लूटकर फरार हो गए। पीड़ित विनोद कुमार कौशिक ने खमतराई पुलिस थाने में लूट का अपराध दर्ज कराया है। खमतराई पुलिस ने मामला दर्ज कर अज्ञात लूटेरों की तलाश में जुट गई।
खमताई पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार डीएम टावर रावाभाठा खमतराई निवासी विनोद कुमार कौशिक पिता स्व. राम निवास कौशिक की मिलेनियम टावर होटल मुस्कान होटल के पास उनकी दुकान है। वह सोमवार की शाम छह बजे अपनी दुकान से निकलकर बाहर गए थे। प्रार्थी विनोद कुमार बाथरूम से लौट रहे थे कि इसी दौरान तीन अज्ञात मोटर सायकिल सवार लुटेरों ने उनको रोककर उनका मोबाइल छीन करके फरार हो गए। प्रार्थी ने खमतराई पुलिस थाने में अपराध दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
लिफ्ट के बहाने लूटा
पुरानी बस्ती पुलिस थाना अंतर्गत प्रार्थी कमरौद मगरलोड धमतरी निवासी टेकराम निषाद रविवार की रात करीब सवा दो बजे अपनी हाइवा क्रमांक सीजी 04 एमटी 4049 में उरला से राखड़ भरकर जा रहा था। वह रिंग रोड स्थित भांटागांव ओवर ब्रिज के पास पहुंचा था कि लुटेरों ने उसका पीछा करके हाइवा को ओवरटेक किया और आरोपित मोटर सायकिल चालक ने मोटर सायकल पर पीछे बैठे आरोपित को पचपेढ़ी नाका में छोड़ने का आग्रह किया। प्रार्थी ने जब हाइवा रोका तो आरोपित ने तुरंत चाकू निकालकर पास रखे पैसे की मांग किया। पीड़ित अपनी जान बचाने के चक्कर में अपने पास रखे छह हजार रुपये निकालकर लुटेरों को दे दिया। उसके बाद प्रार्थी पुरानी बस्ती थाने आकर दोनों के खिलाफ लूट का अपराध दर्ज किया, लेकिन आरोपितों का कोई सुराग नहीं लगा है।
लुटेरों को नहीं ढूंढ पाई पुलिस
महिला बाल विकास में कार्यरत महिला कर्मचारी अल्केश्वरी सोनी महिला बाल विकास में जिला संरक्षण अधिकारी है। वह शुक्रवार की शाम महिला बाल विकास कार्यालय से अपने घर जा रही थी। वह संतोषी नगर चौक के पास पहुंची थी कि उनके मोबाइल पर फोन आ रहा था। उन्होंने गाड़ी रोककर देखा तो फोन उनके घर से आ रहा था। स्कूटी को सड़क के किनारे लगाकर वह बात करने लगी। कर्मचारी ने अपना पर्स स्कूटी में पैर रखने वाली जगह पर रखा था। कुछ दूर पर मोटर सायकिल पर खड़ा एक युवक महिला कर्मचारी पर नजर रखा था।
महिला फोन पर बात करने में मसगूल हो गई कि युवक महिला के पास आया और उसका पर्स लेकर भाग गया। महिला की पर्स में तीन हजार रुपये, एक मोबाइल और कुछ जरूरी कागजात जिसमें आधार कार्ड, पैन कार्ड और कुछ सरकारी दस्तावेज थे जिसे आरोपी स्कूटी से निकालकर फरार हो गया। टिकरापारा पुलिस ने अज्ञात आरोपित के खिलाफ अपराध तो दर्ज किया, लेकिन घटना के दो दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा। टिकरापारा पुलिस जांच का हवाला दे रही है।