रायपुर। Raipur News: कोरोना काल का बुरा दौर खत्म होते ही नए साल में छत्तीसगढ़ के अनेक प्रसिद्ध स्थलों में पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ी। स्थितियां सामान्य होने के बाद अब पर्यटन मंडल ने निजी निवेशकों को पर्यटन स्थलों पर निवेश के लिए आकर्षित करने की योजना पर काम शुरू कर दिया है।
नई पर्यटन नीति के अंतर्गत निवेशकों को बिजली बिल, टैक्स, परिवहन और स्टाम्प डूयटी में विशेष छूट दी जाएगी। इससे निवेशकों के साथ-साथ पर्यटन मंडल को भी फायदा होगा और सुविधाएं मिलने से पर्यटन स्थलों पर जाने के लिए देश-विदेश के पर्यटक आकर्षित होंगे।
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
पर्यटन मंडल की नीतियां यदि कामयाब होती हैं तो इससे पर्यटन क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोगों को रोजगार मिलेगा। उनकी कमाई में इजाफा होगा।
शुरुआत में इन पर्यटन स्थलों को संवारा जाएगा
सिरपुर, बारनवापारा, चित्रकोट, गंगरेल, चिल्फी घाटी, सारंगढ़ महल आदि जगहों पर होटल मोटल की सुविधा है, लेकिन पर्यटकों के हिसाब से यह काफी कम है। सीजन में होटल, मोटल हमेशा फुल रहते हैं, जब इनकी संख्या बढ़ जाएगी तो मंडल की कमाई होने के साथ-साथ पर्यटकों को भी इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। सुविधा मिलने से ज्यादा पर्यटक इन जगहों पर आना पसंद करेंगे।
सुविधाएं बढ़ाएंगे
प्रदेशभर में 16 पर्यटन केंद्रों पर कुछ लग्जरी और कुछ लकड़ी से बनाए गए काटेज हैं। एक पर्यटन केंद्र पर वर्तमान में अधिकतम चार से लेकर 10 काटेज ही हैं। सीजन में पर्यटक आते हैं, लेकिन काटेज में जगह नहीं मिलने पर शाम होने से पहले ही लौट जाते हैं। अब यहां टीवी, फ्रीज, कूलर आदि सुविधाएं बढ़ाने की योजना है। साथ ही नए काटेज भी बनेंगे। कई साल पहले बने काटेज की मरम्मत नहीं हुई है, पुरानों की हालत सुधारकर नए काटेज में सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।
हर साल एक लाख से अधिक पर्यटक
पर्यटन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एक साल में छत्तीसगढ़ में अन्य राज्यों से एक लाख से अधिक पर्यटक आते रहे हैं। इस साल कोरोना महामारी के चलते पर्यटन केंद्रों पर ताला लगा था। अब फिर से रौनक लौटने लगी है।
पर्यटन के क्षेत्र में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए योजना बन चुकी है, जिसे शासन को भेज दिया गया है।
– रानू साहू, संचालक, पर्यटन मंडल