बेमेतरा -सेन्ट्रल सेक्टर स्कीम-फार्मेशन एण्ड प्रमोशन ऑफ प्रोडूसर आर्गनाइजेशन योजना के त्वरित क्रियान्वयन हेतु जिला स्तरीय निगरानी समिति (डी.एम.सी.) की बैठक कलेक्टर श्री भोसकर विलास संदीपान की अध्यक्षता मे आज बुधवार को कलेक्टोरेट के दृष्टि सभाकक्ष मे आयोजित की गई। कलेक्टर ने कृषि प्रधान बेमेतरा जिले मे किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कृषि सेक्टर से जुड़े पशुपालन, मछली पालन, उद्यानिकी एवं सहकारिता विभाग के अधिकारियों को परस्पर समन्वय स्थापित कर कार्य करने के निर्देश दिए। जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री संतोष आयाम ने बताया कि जिले मे विकासखण्ड वार 300 से 500 किसानों का एक समूह बनाने की योजना है। इसमें लघु एवं सीमान्त किसान, अनुसूचित जाति, जनजाति, महिला स्वसहायता समूह, इसमे शामिल हो सकेंगे। एक किसान अधिकतम 2000 रुपये जमा करेंगे। समूह को 18 लाख रुपये के ब्याज रहित लोन की पात्रता होगी। एलडीएम श्री आयाम ने बताया कि सरकार से इसमे सबसीडी के रुप मे 15 लाख रुपये की छूट का लाभ मिलेगा। राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के सहयोग से साजा विकासखण्ड मे टमाटर की खेती, नवागढ़ मे पपीता, एप्पल बेर, भिण्डी, बेमेतरा मे सोयाबीन एवं बेरला विकासखण्ड मे केले की खेती को बढ़ावा दिया जायेगा।
बैठक मे जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी रीता यादव, राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम रायपुर के क्षेत्रीय निदेशक कौशीक, नाबार्ड दुर्ग के जिला विकास अधिकारी एम.एम.बारा, उप संचालक कृषि महादेव मानकर, सहायक संचालक उद्यान हितेन्द्र मेश्राम, सहायक पंजीयक सहकारिता विभाग जी आर गहिरवारे, जिला सहकारी केन्दीय बैंक के नोडल अधिकारी आर. के. वारे, पशुचिकित्सा विभाग से डाॅ साधना कुर्रे, कृषि विज्ञान केन्द्र ढोलिया बेमेतरा के कृषि वैज्ञानिक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक मे जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी रीता यादव, राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम रायपुर के क्षेत्रीय निदेशक कौशीक, नाबार्ड दुर्ग के जिला विकास अधिकारी एम.एम.बारा, उप संचालक कृषि महादेव मानकर, सहायक संचालक उद्यान हितेन्द्र मेश्राम, सहायक पंजीयक सहकारिता विभाग जी आर गहिरवारे, जिला सहकारी केन्दीय बैंक के नोडल अधिकारी आर. के. वारे, पशुचिकित्सा विभाग से डाॅ साधना कुर्रे, कृषि विज्ञान केन्द्र ढोलिया बेमेतरा के कृषि वैज्ञानिक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।