बेमेतरा – राष्ट्रीय अंधत्व एवं अल्प दृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत बाल दिवस के उपलक्ष्य में बेमेतरा जिले मे 20 नवम्बर 2021 तक ’बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह’ मनाया जायेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप कुमार घोष, नोडल अधिकारी डॉ. समता रंगारी (अंधत्व) के निर्देशानुसार बेसिक सीबीएसई मिडिल स्कूल बेमेतरा में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष शंकुतला साहू, रश्मि फरेन्द्र मिश्रा, डॉ. नरेश चन्द्र लांगे नेत्र विशेषज्ञ, विजय देवांगन सहायक नोडल अधिकारी, दीपा शर्मा नेत्र सहायक अधिकारी, शोभिका गजपाल आरएमसीएच सलाहकार, हिना सिन्हा, दीपा शर्मा, मनोज निषाद प्रभारी बेसिक सीबीएसई मिडिल स्कूल, संतोष वैष्णव, दिलीप चक्रधारी, लक्ष्मी घोष समस्त शिक्षक स्टॉफ उपस्थित थे।
’बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह’ के अवसर पर नोडल अधिकारी (अंधत्व) डॉ. समता रंगारी ने अपने उद्बोधन में संदेश दिया कि बच्चे समाज का आधार होते है और स्वस्थ्य बच्चे ही स्वस्थ्य समाज का निर्माण करते है। विद्यार्थियों के लिए स्वस्थ्य नेत्रों का महत्वपूर्ण स्थान है, नेत्र की समस्या होने से उनके अध्ययन में विपरित प्रभाव होता है।
अतः सभी विद्यार्थियों का नेत्र परीक्षण कर आवश्यकतानुसार चश्मा देने के उद्देश्य से बाल दिवस के अवसर पर, पूरे राज्य में 14 से 20 नवम्बर 2021 तक ’बाल नेत्र सुऱक्षा सप्ताह’ का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 06 से 15 वर्ष तक के शालेय छात्रों का नेत्र परीक्षण एवं एवं निःशुल्क चश्मा वितरण किया जायेगा। प्रारंभिक अवस्था में ही विद्यार्थियों के दृष्टिदोष की पहचान कर, चश्मा दिया गया ताकि वे सफलता पूर्वक अध्ययन कर सके और अपनी प्रतिभा से उच्चतम उपलब्धि प्राप्त कर सके।
बेसिक सीबीएसई मिडिल स्कूल बेमेतरा में 120 छात्राओं का नेत्र परीक्षण श्रीमती दीपा शर्मा नेत्र सहायक अधिाकारी द्वारा किया गया जिसमें 08 बच्चों में दृष्टिदोष पाया गया। बच्चों में आंख से संबंधित चित्रकारी एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता रखा गया।
चित्रकारी प्रतियोगिता में कक्षा 6वीं से प्रथम अंजली वैष्णव, द्वतीय शुभा चौबे, तृतीय एमन नाज एवं कक्षा 7वीं से प्रथम हिरामणी, द्वितीय चांदनी पाटिल, तृतीय सेजल साहू तथा कक्षा 8वीं से प्रथम प्राची राजपूत, द्वितीय भूमिका नेताम, तृतीय संध्या साहू रहीं इन सभी को नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती शंकुतला साहू के द्वारा पुरस्कार एवं दृष्टिदोष छात्राओं को चश्मा का निःशुल्क वितरण किया गया।