डोंगरगढ़ में बाघ की दस्तक, पहाड़ी से दहाड़ सुनकर दहशत में आए लोग, वन विभाग को मिला पद चिन्ह
डोंगरगढ़ क्षेत्र में बाघ की दस्तक की जानकारी सामने आ रही है। दो दिन पहले क्षेत्र के डंगबोराबांध के पास मछुआरों ने बाघ की दहाड़ सुनी थी।
राजनांदगांव. जिले के डोंगरगढ़ क्षेत्र में बाघ की दस्तक की जानकारी सामने आ रही है। दो दिन पहले क्षेत्र के डंगबोराबांध के पास मछुआरों ने बाघ की दहाड़ सुनी थी। वहीं रविवार को डोंगरगढ़ से सटे अछोली के चांदमारी पहाड़ी में बाघ देखे जाने से क्षेत्र के गांवों मेंं दहशत का माहौल है। जानकारी के बाद वन विभाग की टीम आसपास के दर्जनभर गांवों में मुनादी करा कर अलर्ट जारी कर दिया है। मिली जानकारी अनुसार शुक्रवार को डोंगरगढ़ से 15 किलोमीटर दूर डंगबोरा बांध के पास बाघ की दहाड़ सुनने की जानकारी मछुआरों द्वारा वन विभाग को दी गई थी। बताया जा रहा है कि बांध में मछुआरे मछली पकडऩे गए हुए थे। इस दौरान करीब शाम साढ़े 6 बजे बाघ की दहाड़ सुनाई दी।
डंगबोरा बांध के पास दहाड़ के बाद रविवार को डोंगरगढ़ से लगे अछोली के चांदमारी पहाड़ी में बाघ देखे जाने की जानकारी से आसपास गांव सहित डोंगरगढ़ मेंं भी भय का माहौल है। वन विभाग की टीम बाघ का लोकेशन लेने टीम के साथ आसपास क्षेत्र में सर्चिंग में लगी है। इस संबंध में जानकारी लेने पर क्षेत्र के रेंजर दिनेश मेश्राम ने बताया कि अछोली में बाघ देेखे जाने की जानकारी उसे नहीं है। उन्होंने क्षेत्र में जा कर इसकी जानकारी लेने की बात कही। फिलहाल क्षेत्र में बाघ की दस्तक से लोगों में दहशत का माहौल है। वन विभाग बाघ का लोकेशन लेने क्षेत्र में सर्चिंग कर रही है।
छुरिया में दिखा तेंदुआ
चार दिन पहले छुरिया क्षेत्र में तेंदुआ की दस्तक की जानकारी सामने आई थी। तेंदुआ द्वारा एक राहगीर पर हमला किया गया था। तेंदुए के हमले से ग्रामीण को गंभीर चोटें आई थी। छुरिया क्षेत्र के गोडलवाही निवासी केशव अंधारे अपने एक दोस्त के साथ बडग़ांव में मड़ई देखने गया था। वापस लौटते समय रात करीब 10 बजे गोंडलवाही के पास तेंदुआ ने केशव पर जानलेवा हमला कर दिया था। पीडि़त को उसके दोस्त ने अस्पताल पहुंचाया था। तेंदुए का लोकेशन वन विभाग को अभी तक नहीं मिला है।
डोंगरगढ़ क्षेत्र के रेंजर गंगादास साहू ने बताया कि क्षेत्र में बाघ की दस्तक होने से क्षेत्र के ढारा, शिवपुरी, तोतलभर्री, घोटिया, कन्हारगांव, देवकट्टा, अछोली सहित आसपास के गांवों में मुनादी करा कर लोगों को जंगल की ओर नहीं जाने हिदायद दी गई है। बताया जा रहा है कि क्षेत्र में बाघ महाराष्ट्र के गोंदिया या फिर मध्यप्रदेश के बालाघाट की ओर से भटक कर यहां पहुंचा होगा। बाघ के क्षेत्र में विचरण से क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल है।
गांवों में मुनादी कराई, अलर्ट जारी
मछुआरे बाघ की दहाड़ से दहशत में आ गए और बांध में बने कमरे में ही दुबक कर रात व्यतीत किए। सुबह होने पर मछुआरों द्वारा बाघ की दहाड़ की जानकारी वन विभाग को दी गई। वन विभाग क्षेत्र में पहुंची। बताया जा रहा है कि क्षेत्र में बाघ के पद चिन्ह भी मिले हैं। पदचिन्ह मिलने के बाद वन विभाग द्वारा क्षेत्र के दर्जनभर गांवों मेंं मुनादी करा कर लोगों को जंगल की ओर नहीं जाने अलर्ट जारी किया गया है। गुरु नाथन एन, डीएफओ राजनांदगांव ने बताया कि डोंगरगढ़ क्षेत्र में बाघ में कुछ लोगों ने बाघ की दहाड़ सुनने की जानकारी दी थी। क्षेत्र में सर्चिंग करने पर पद चिन्ह मिले हैं। आसपास क्षेत्र के गांवों में मुनादी करा कर लोगों को अलर्ट रहने हिदायद दी गई है। लोकेशन की जानकारी ली जा रही है। बाघ महाराष्ट्र या फिर मध्यप्रदेश से भटक कर इस ओर आया होगा।