कांकेर, जिले के शिक्षा विभाग में प्रधान पाठकों के पदोन्नती में हुई गड़बड़ी को लेकर राज्य शासन ने तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी आरपी मीरे और सहायक ग्रेड 03 जितेंद्र वट्टी को निलंबित कर दिया है। वहीं एक अन्य रिटायर्ड जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आरपी मीरे नवम्बर 2021 से फरवरी 2022 तक जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर पदस्थ थे। इस दौरान सहायक शिक्षकों के प्राथमिक प्रधान पाठक के पद पर पदोन्नति की सूची तैयार हो रही थी। फरवरी में आरपी मीरे को डीईओ के पद से हटाकर जिला मिशन समन्वयक के पद पर भेज दिया गया, लेकिन इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी आरपी मीरे ने रातों-रात 961 सहायक शिक्षकों का प्राथमिक प्रधान पाठक के पद का पदोन्नत कर दिया था। इसमें एक स्कूल में दो-दो प्रधान पाठक की नियुक्ति कर दी गई और वरिष्ठ शिक्षकों को छोड़कर कनिष्ठ शिक्षकों को पदोन्नत कर दिया गया था।
मामले की शिकायत जिला प्रशासन से हुई, तो आरपी मीरे के बाद जिला शिक्षा अधिकारी बनाए गए टीआर साहू ने पहले की सूची में गड़बड़ी बताते हुए त्रुटि सुधार सूची जारी की, लेकिन इस सूची में भी कई वरिष्ठ शिक्षकों के नाम गायब थे। जिसके बाद मामले की शिकायत असन्तुष्ट शिक्षकों ने स्कूल शिक्षा विभाग में की थी, जहां लंबी जांच के बाद पदोन्नति में भारी गड़बड़ी की शिकायत को सही पाए जाने के बाद आरपी मीरे और सहायक ग्रेड 03 को निलंबित कर दिया है, वहीं रिटायर्ड जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू के खिलाफ भी विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। शिक्षकों ने स्कूल शिक्षा विभाग की कार्रवाई में देरी को देखते हुए मामले को लेकर हाईकोर्ट का रुख किया था, जहां मामला लंबित है।